वह मैकेनियर रोड स्थित प्राचीन सिद्ध काली मंदिर में चोरी करके भाग रहा था। इंट्रेस्टिंग बात रही कि वह पास ही में गश्त कर रही पुलिस से भिड़ गया। संदेह के आधार पर चोर की तलाशी ली गई तो उसके पास मंदिर से लूटा हुआ सामान मिला। सख्ती करने पर उसने चोरी की बात बताई। पुलिस ने चोर के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

पुजारी को सुबह पता चला

अजयानंद गिरी मैकेनियर रोड स्थित प्राचीन काली मंदिर के पुजारी हैं। उन्होंने बताया कि वह रात 10 बजे मंदिर बंद करके मंदिर के पीछे बने अपने कमरे में सोने चले गए। जब सुबह 5 बजे मंदिर के कपाट खोले तो देखकर चौंक गए। ताला टूटा पड़ा था। सारा सामान इधर-उधर पड़ा था। उन्होंने पुलिस को इन्फॉर्म किया तो पता चला कि मंदिर में चोरी करने वाला दीपक अग्रवाल नाम का लड़का पकड़ा जा चुका है। वह जकाती मोहल्ले का रहने वाला है।

लाखों का सामान बरामद

पुलिस को दीपक के पास से 8 पीतल के घंटे, 2 सिंहासन, काली देवी, गणेश जी, कृष्ण गोपाल, विष्णु भगवान की मूर्ति, एक पंच आरती, एक पंच पात्र चरणामृत चम्मच, 2 रुपए के 37 सिक्के, 1 रुपए के 36 सिक्के, 5 रुपए के 8 सिक्के और तीन चांदी के छोटे बड़े छत्र समेत लाखों रुपए का सामान बरामद हुआ। पुलिस ने चोरी का मामला दर्ज करके दीपक को अरेस्ट कर लिया।

यह चोर 'लक्की' भी है और 'बंटी' भी

नशे के लिए चोरी

दीपक बीकॉम कर चुका है। यही नहीं उसने सीए इंटर भी क्लीयर किया था। वह पहले से शराब का आदी था.  बुरी संगति की वजह से चरस जैसा नशा भी करने लगा। कुछ समय पहले ही उसके पिता की डेथ हो गई। इसके बाद छोटे भाई की भी जलने से मौत हो गई। अब उसके परिवार में केवल छोटा भाई और मां हैं।

चौपट हुआ business

दीपक ने बताया कि उसके पिता ने बिजनेस शुरू किया था। गलत संगति में पड़कर वह बिजनेस चौपट हो गया। इस वजह से वह पढ़ाई पूरी नहीं कर पाया। मां वैष्णो के नाम पर एक राइस मिल थी, जिसका माल बाहर विदेशों को जाता था।

जेल नहीं confession room

थाना प्रेमनगर की पुलिस ने बताया कि दीपक नशे में है। उसने चोरी भी नशे के लिए ही की। वह काफी पढ़ा-लिखा है। इंग्लिश में बातें कर रहा है। परिवार से भी ठीक-ठाक है। फिलहाल लॉकअप रूम को कनफेशन रूम कह रहा है।