kanpur@inext.co.inKANPUR : कचहरी में अब फर्जी वकील और प्रैक्टिस न करने वाले अधिवक्ता घुसपैठ नहीं कर पाएंगे। बार एसोसिएशन ने उन पर लगाम कसने की तैयारी कर ली है। इसके लिए वकीलों का बॉयोमैट्रिक कराने के साथ ही उनके आधार कार्ड को बार एसोसिएशन से जोड़ा जा रहा है। इससे फर्जी वकीलों को आसानी से चिंहित कर उन्हें बाहर किया जाएगा। जिसका सीधा फायदा प्रैक्टिसनर वकीलों को मिलेगा। साथ ही बार एसोसिएशन की योजनाओं का फायदा उठाने के लिए कागजी लिखापढ़ी का झंझट खत्म हो जाएगा। बस अंगूठे के निशान से ही योजना का लाभ मिल जाएगा। बता दें कि पिछले दिनों बड़ा चौराहे स्थित एक मॉल में कुछ दिनों पहले वकीलों के एक समूह ने लोगों से मारपीट और तोडफ़ोड़ की थी। उसमें ज्यादातर वकील ऐसे थे जोकि प्रैक्टिस नहीं करते थे। वकीलत के पेशे को बदनाम करने में भी बड़ा हाथ फर्जी वकीलों का है।

ऐसे पकड़े जाएंगे फर्जी वकील

बार एसोसिएशन में जमा कराए जा रहे आधार कार्ड से वकील का इनकम टैक्स रिटर्न में यह देखा जाएगा कि उसने अपने पेशे के बारे में क्या लिखा है। अगर उसने वकालत के अलावा कोई और पेशा लिखा होगा तो नोटिस भेजकर जवाब मांगा जाएगा। अगर जवाब से बार एसोसिएशन संतुष्ट नहीं होगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

लेकिन प्रैक्टिस नहीं करते

इन दिनों कचहरी में फर्जी वकीलों की समस्या काफी बढ़ गई है। इसके अलावा उन लोगों की भी घुसपैठ बढ़ती ही है जिन्होंने वकालत की पढ़ाई तो की है, लेकिन वे प्रैक्टिस नहीं करते है। वे कचहरी में सिर्फ राजनीति और अपने फायदे के लिए आते है। अगर इन्हें रोका नहीं गया तो कुछ दिनों में इनकी संख्या प्रैक्टिसनर वकीलों से भी कहीं ज्यादा हो जाएगी। बार एसोसिएशन महामंत्री भानू प्रताप सिंह ने अपने चुनाव में इस मुद्दे को उठाया था। अब वह पद पर काबिज हैं। इसलिए उन्होंने वकीलों को बायोमैट्रिक और आधार कार्ड से जोडऩे की शुरुआतकर दी है। वकीलों को कोई दिक्कत न हो। इसके लिए उन्होंने बार एसोसिएशन हॉल में बॉयोमैट्रिक कराने और आधार कार्ड लेने की व्यवस्था कर दी गई है।

देश की पहली बार एसोसिएशन

देश में हर जिला कोर्ट में बार एसोसिएशन है। अधिवक्ता रुद्र प्रताप सिंह ने बताया कि देश में अभी तक वकीलों की कोई भी संस्था बॉयोमैट्रिक और आधार कार्ड से नहीं जुड़ी नहीं है। कानपुर बार एसोसिएशन ऐसा करने वाली पहली संस्था होगी। उन्होंने कहा कि हर साल बार एसोसिएशन चुनाव में फर्जी वोटिंग को लेकर भी बवाल होता है। बार महामंत्री भानू प्रताप का कहना है कि वकीलों का बायोमैट्रिक होने से फर्जी वोटिंग और बेईमानी की शिकायत पर लगाम लग जाएगी।

वकील साथी तेजी से

बॉयोमैट्रिक करा रहे है। यह अच्छा संकेत है। जल्द ही सारे वकीलों की बॉयोमैट्रिक करा ली जाएगी। जिससे फर्जीवाड़ा रुक सकेगा। साथ ही वकालत के पेशे को बदनाम करने वाले फर्जी वकीलों पर लगाम लग जाएगी।

भानू प्रताप सिंह, महामंत्री बार एसोसिएशन

यह होगा फायदा

* आधार कार्ड के यूज से फर्जी वकीलों पर लग जाएगी लगाम

* प्रैक्टिसनर्स वकीलों को मिलेगी राहत

* बार एसोसिएशन की योजनाओं का लाभ आसानी से मिल सकेगा

* हर फर्जी वोटिंग को लेकर होने वाले बवाल को भी रोका सकेगा

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