प्रधानों की गुंडई के खिलाफ शिक्षक हुए लामबंद

शिक्षिका और एबीएसए के साथ बदसलूकी के मामले ने तूल पकड़ा

बुधवार को जिले भर के परिषदीय प्राथमिक और जूनियर विद्यालय बंद रहेंगे। शिक्षक जिला पंचायत भवन के समक्ष एकत्र होंगे और डीएम कार्यालय तक जुलूस निकालेंगे। मांग है उन प्रधानों की गिरफ्तारी जिन्होंने प्राइमरी की महिला टीचर के साथ बदसलूकी की, बच्चों को बंधक बनाया।

सड़े केले लौटाने पर विवाद

बहादुरपुर ब्लाक के बजहा प्राथमिक विद्यालय से घटनाक्रम की शुरुआत 30 अगस्त को हुई थी। इस दिन बच्चों को फल वितरित किया जाना था। बच्चों में बांटने के लिए सड़े-गले केले प्रधान के भेजने पर प्रधानाध्यापिका की गैरमौजूदगी में काम देख रही शिक्षिका ने इसे बंटवाने से मना कर दिया। शिक्षिका का यह कदम प्रधान राजेश कुमार सिंह उर्फ धानू और उनके समर्थकों को नागवार गुजरा। तमतमाये प्रधान और उसके समर्थकों ने बच्चों को स्कूल में बंधक बना लिया। शिक्षिका के कपड़े फाड़ दिए गए और किसी से शिकायत करने पर अंजाम भुगतने की धमकी दे गए। इसके बाद भी शिक्षिका ने झूंसी थाने में मामला दर्ज करा दिया तो 2 सितंबर को राजेश सिंह के अलावा तन्दुई के प्रधान विजय और रामनाथपुर के प्रधान सत्येन्द्र त्रिपाठी ने अपने समर्थकों के साथ बीआरसी हनुमानगंज पर धावा बोलकर खंड शिक्षा अधिकारी से बदसलूकी की। उन्हें भी सीधे-सीधे धमकी दी गई। इस मामले में सराय इनायत थाने में तीन लोगों को नामजद करते हुए 50 अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई।

आखिर किस दबाव में है पुलिस

दो रिपोर्ट में एक पर भी कोई कार्रवाई न होने से शिक्षकों की नाराजगी बढ़ गई। उन्होंने प्रशासन को 5 तक का समय आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दिया था। इस समय तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। प्रशासन ने भी कोई पहल नहीं की। इससे शिक्षकों का गुस्सा बढ़ा और उन्होंने आंदोलन का रास्ता अख्तियार कर लिया।