जूनियर हाई स्कूल में तैनात प्रधानाध्यापकों को नहीं मिलेगा मौका

अंतर जनपदीय तबादले की आस में बैठे परिषदीय विद्यालयों के अध्यापकों को आज से आनलाइन आवेदन करने का मौका मिलेगा। पहले चरण की प्रक्रिया 25 जनवरी तक पूरी की जाएगी। आवेदन करने के पात्र वही टीचर्स होंगे जो कम से कम पांच साल की नियुक्ति पूरी कर चुके हों। आवेदन पत्र का प्रिंटआउट जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के यहां 25 जनवरी तक अनिवार्य रूप से जमा करना होगा। इसके बाद दूसरे चरण की प्रक्रिया शुरू होगी। सोमवार को बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव संजय सिनहा की तरफ से जारी किए गए निर्देशों के अनुसार जूनियर हाई स्कूल में प्रधानाध्यापक पद पर तैनात टीचर्स का तबादला नहीं किया जाएगा। साथ ही ग्रामीण इलाके में तैनात शिक्षक सिर्फ ग्रामीण क्षेत्र के लिए ही आवेदन कर सकेंगे।

ये कर सकेंगे तबादले का आवेदन

प्राथमिक विद्यालय के सहायक अध्यापक

प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक

जूनियर हाई स्कूल के सहायक अध्यापक

फॉर्म भरने के लिए ये डिटेल रखें

मंगलवार से शुरू होने जा रहे आवेदन की विज्ञप्ति 13 जनवरी को जारी हो चुकी है

प्रथम नियुक्ति की डेट, ज्वाइनिंग की डेट की डिटेल

अपना आधार, पैन नंबर और बैंक एकाउंट नंबर

किसी कैटेगिरी मसलन दिव्यांग, असाध्य रोगी हैं तो उसका प्रमाण पत्र

पति-पत्‍‌नी दोनो सरकारी सेवा में हैं तो उसका प्रमाण पत्र

वर्तमान समय में मिल रही सैलरी की पूरी डिटेल बेसिक व ग्रेड पे आदि

विद्यालय शहरी क्षेत्र में है अथवा ग्रामीण क्षेत्र में

फॉर्म फिल करने के बाद चेक कर लें कि कोई गलती तो नहीं है, है तो उसे करेक्ट कर लें

फॉर्म सब्मिट करने के बाद इसे डाउनलोड करके प्रिंटआउट निकलवा लें

एक बार फॉर्म सब्मिट कर दिए जाने के बाद इसमें कोई चेंज नहीं किया जा सकेगा

आवेदन की हार्ड कापी बीएसए कार्यालय में 25 जनवरी तक जमा करनी होगी

बीएसए 31 तक करेंगे ओके

शिक्षकों की तरफ से भरे गए आवेदन पत्रों की जांच के बाद बीएसए 27 जनवरी को डिस्ट्रिक्ट लेवल पर काउंसिलिंग आयोजित करेंगे, इसमें अभ्यर्थियों के डाक्यूमेंट चेक करके देखा जाएगा कि आइलाइन उसने जो भी डिटेल फिल की है वह सही है या नहीं। इसी दौरान टीचर्स परिषद की ओर से जारी सीनियारिटी प्रारूप भी फिल करेंगे। दूसरे चरण की इस प्रक्रिया को पूरी करने के बाद बीएसए 31 जनवरी तक परिषद मुख्यालय को सत्यापन रिपोर्ट भेजेंगे। ऑनलाइन आवेदन पत्र के सत्यापन में गड़बड़ी होने पर बीएसए ही जिम्मेदार माने जाएंगे।