राज्य सरकार अलर्ट
संघर्ष प्रभावित लीबिया से केरल की नर्सों को निकाले जाने के पहले चरण में 50 नर्सों को गुरुवार को सड़क मार्ग से ट्यूनीशिया लाए जाने की संभावना है. विदेश मंत्रालय द्वारा बनाई गई योजना के मुताबिक ऐसा किया जाएगा.
केरल के मुख्यमंत्री ओमन चांडी ने कहा कि राज्य सरकार ने पहले ही सड़क मार्ग से ट्यूनीशिया ले जाने के बाद विशेष विमान से घर लाए जाने वाले 118 नर्सों की सूची केंद्र सरकार को सौंप दी है. कैबिनेट की बैठक के बाद चांडी ने संवाददाताओं से कहा कि योजना के मुताबिक नर्सों को लीबिया में त्रिपोली और बेनगाजी से सड़क मार्ग से ट्यूनीशिया लाया जाना है और वहां से विमान से भारत लाना है.

कुछ नर्सों का आने का मन नहीं  

प्रथम सूची में शामिल 118 नर्सों के अलावा लीबिया में नर्सों की संख्या के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि 381 नर्सें त्रिपोली में मेडिकल सेंटर में काम कर रही हैं. इसके अलावा 60 नर्सें एक दूसरे शहर में काम कर रही हैं. उनके मुताबिक कुछ नर्सों ने अभी भारत लौटने के बारे में निर्णय नहीं लिया है. वे लीबिया में ही रहने का प्रयास कर रही हैं, जबकि लीबिया स्थित भारतीय दूतावास ने उन्हें भारत लौट जाने की सलाह दी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सूचना के मुताबिक नर्सों को समुद्री मार्ग से या त्रिपोली के पास स्थित मितिगा हवाईअड्डे से वापस लाना असुरक्षित होगा.

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