अभी भाषण चल ही रहा था कि एक स्टूडेंट वहां आया और उन लोगों से प्रिंसिपल लालकेश्वर प्रसाद सिंह का नाम नहीं लेने की हिदायत दी। इसके बाद वहां कुछ विरोध हुआ, फिर उसे सीनेट के लड़कों ने भगा दिया।

थोड़ी देर बाद पहुंचा हुजूम
इस घटना के हुए अभी दस मिनट भी नहीं हुए थे कि 20 की संख्या में कुछ लड़के वहां आये। वे हॉकी स्टिक और डंडे से लैस थे। उनलोगों ने मारपीट शुरू कर दी। तब आइसा के राष्ट्रीय परिषद के मेम्बर और राज्य के उपाध्यक्ष मार्कण्डेय पाठक का भाषण चल रहा था। इसी दौरान उन पर डंडे बरसाने लगे। मार्कण्डेय बुरी तरह जख्मी हो गए। उन्हें बचाने आए सुधीर, तारिक की भी पिटाई हो गई। मार्कण्डेय को पीएमसीएच ले जाया गया, जहां उनकी हालत गंभीर है। सिर में चोट आई है।

लड़कियां भी घायल
पटना कॉलेज गेट के पास चल रहे इस समानांतर सीनेट में लड़कियां भी शामिल थी। इसमें रचना और नीतू को भी चोटें लगीं। हमला करने आए युवकों ने कुर्सी-टेबल को उलट दिया। वे ऐसे डंडे चला रहे थे मानों उन्हें किसी का डर ही नहीं। पीरबहोर थाने की पुलिस ने पहुंचकर मामले की छानबीन की। काफी देर तक कॉलेज का माहौल गर्म रहा। डीएसपी टाऊन रामाकांत ने बताया कि स्टूडेंट्स के दो गुटों में भिडंत हुई। बम नहीं, पटाखे फोड़े गए हैं। छानबीन हो रही है.