सूचना का अधिकार कानून के तहत मांगी गई जानकारी के जवाब में आयकर विभाग ने कहा है कि दुनिया की इस सबसे धनी क्रिकेट संस्था ने वित्तीय वर्ष 2009-2010 में महज 41 करोड़ रुपये आयकर के रूप में जमा किए थे.

आयकर विभाग का कहना है कि बीसीसीआई को चैरिटेबल संस्था के तौर पर कर में छूट पाती रही है. लेकिन इस छूट को अब खत्म कर दिया गया है और अब यह संस्था एक व्यापारिक संस्था के तौर पर काम कर रही है.

आरटीआई

सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई सूचना के जवाब में आयकर विभाग ने बताया कि बीसीसीआई ने वित्तीय वर्ष 2009-2010 में 964 करोड़ रुपये की कमाई की थी.

आयकर विभाग का कहना है कि उसी के आधार पर विभाग ने 413 करोड़ रुपये का आयकर लगाया है, लेकिन बीसीसीआई ने सिर्फ 41.91 करोड़ रुपये ही बतौर आयकर जमा कराए हैं.

आय कर का यह मूल्यांकन सिर्फ वित्तीय वर्ष 20009-2010 के लिए किया गया है. अभी वित्तीय वर्ष 2010-11 और 2011-12 के लिए आयकर का मूल्यांकन किया जाना बाकी है.

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