डेंजर लेवल- 84.73 मीटर

फाफामऊ 82.59 मीटर

छतनाग 81.69 मीटर

यमुना 82.38 मीटर

(सोमवार की शाम चार बजे वाटर लेवल)

04

लाख क्यूसेक पानी गंगा बैराज कानपुर से छोड़ा गया

1.25

लाख क्यूसेक पानी नरोरा डैम से छोड़ा गया

52

हजार क्यूसेक पानी हरिद्वार से छोड़ा गया

गंगा-यमुना किनारे स्थित कई मोहल्लों तक पहुंचा बाढ़ का पानी

केन, बेतवा के साथ, नरोरा, टिहरी और हरिद्वार से लगातार छोड़ रहे पानी

ALLAHABAD: मौसम विभाग द्वारा अगले कुछ दिनों तक भीषण बारिश की भविष्यवाणी के साथ ही केन, बेतवा, कानपुर बैराज, नरोरा और टिहरी डैम से लगातार छोड़े जा रहे पानी के कारण इस बार गंगा-यमुना का जलस्तर डेंजर लेवल पार करने की पूरी संभावना जताई जा रही है। इसे देखते हुए गंगा-यमुना के कछारी क्षेत्रों में एलर्ट जारी कर दिया गया है। कछारी क्षेत्र में रहने वालों ने घर छोड़ सुरक्षित ठिकानों की ओर जाना शुरू कर दिया है।

फिर शुरू हुई जलस्तर में वृद्धि

शनिवार से गंगा और यमुना के जलस्तर में अचानक शुरू हुई वृद्धि सोमवार को को भी बरकरार रही। सोमवार सुबह फाफामऊ में गंगा के जलस्तर में 44 सेंमी, छतनाग झूंसी में गंगा के जलस्तर में 51 सेंमी और नैनी में यमुना के जलस्तर में 44 सेंमी की वृद्धि दर्ज की गई। सोमवार को दोपहर फाफामऊ का जलस्तर 81.35 मीटर, छतनाग का 82.35 मीटर और नैनी में यमुना का जलस्तर 82.06 मीटर दर्ज किया गया था। वहीं शाम चार बजे के बाद जलस्तर फाफामऊ 82.59 मीटर, छतनाग 81.69 मीटर और नैनी यमुना 82.38 मीटर पर पहुंच गया।

कई इलाकों में घुसा बाढ़ का पानी

जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि की वजह से सोमवार की शाम तक ऐलनगंज वार्ड के ढरहरिया मोहल्ले, दारागंज में दशाश्वमेध घाट, सब्जी मंडी और नागवासुकि मंदिर के नीचे के हिस्से तक पानी पहुंच गया। दारागंज में कई मंदिर और झोपड़ी के साथ ही घर भी पानी में डूब गए। गऊघाट में बांध के नीचे और जोधवल गांव में छुआरा मंदिर के नीचे के हिस्से, छोटा बघाड़ा, शंकरघाट और पीतांबर नगर के निचले इलाकों में भी पानी घुस गया है।

इन इलाकों पर मंडरा रहा खतरा

चांदपुर, सलोरी, कैलाशपुरी, ओम गायत्री नगर, बेली कछार, गंगा नगर, नेवादा, ऊंचवागढ़ी, बेली कालोनी, ढरहरिया, बड़ा बघाड़ा, म्योराबाद, नया पुरवा, बलुआघाट, सदियापुर, दरियाबाद, करैलाबाग और धूमनगंज क्षेत्र के कई कछारी मोहल्लों में पानी और करीब पहुंच गया है।