इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि सदन में चर्चा की जाने वाली विषयों के बारे में पहले अच्छे से पढ़ें उसके बाद उसपर बोलें.

6 जून को संसद के केन्द्रीय कक्ष में भाजपा संसदीय दल की बैठक में पार्टी के नवनिर्वाचित सांसदों को संबोधित करते हुए मोदी ने उनसे कहा कि वे किसी के पैर न छुएं या न ही चापलूसी करें. ऐसी बातें शोभा नही देती.

नये सांसदों को दी नसीहत

सूत्रों के अनुसार, मोदी का इशारा उन नए सांसदों की ओर था, जो उनसे मिलने पर उनके पैर छू रहे थे. उन्होंने सांसदों से कड़ी मेहनत करने को कहा और संसद की गरिमा बढाने को प्रयासरत रहने के लिए प्रेरित किया.

गांधी परिवार के आसपास चापलूसों की फौज को लेकर कांग्रेस अकसर भाजपा के निशाने पर रही है. राजनीतिक परिवारों द्वारा संचालित कुछ क्षेत्रीय दलों के मामले में भी पैर छूने और चापलूसी की परंपरा रही है. मोदी ने इससे अलग अपने सांसदों को निर्देश दिया कि वे किसी का पैर न छुएं.

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मोदी ने अपने सांसदों से कहा कि वे लोकतंत्र के मंदिर में अपने कौशल क्षमता को बढ़ाकर जानकारी के साथ आएं और अच्छे सांसद बनें.

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