RANCHI : अश्विन शुक्ल पक्ष की षष्ठी पर सोमवार को बेलवरण के साथ लगभग सभी पूजा पंडालों के पट खुल चुके हैं। मां दुर्गा के दर्शन के लिए पंडालों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी है। वहीं, सिटी में बनाए गए तमाम पूजा पंडाल हर किसी के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। भव्य व विशाल पंडालों के साथ आकर्षित डेकोरेशन व लाइटिंग बरबस ही हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच रही है पूजा आयोजन समितियों के द्वारा शहर के विभिन्न इलाकों में भव्य पंडाल बनाए गए हैं। विभिन्न रूपों में मां भगवती के सर्वव्यापी होने की भावना पंडालों में दिख रही है।

खुल गए ज्यादातर पंडालों के पट

आरआर स्पोर्टिंग क्लब, रातू रोड

विश्वनाथ मंदिर परिसर में दुर्गा पूजा पंडाल, पिस्का मोड़

शिव सेना क्लब, हरमू रोड

सत्य अमर लोक,

कल्पना लोक, पिंजरा पोल

प्रगति प्रतीक क्लब

ज्योति संगम

यूथ क्लब

संग्राम क्लब

बिहार क्लब

चंद्रशेखर आजाद पूजा समिति

कला संगम

त्रिकोण हवन कुंड

मल्लाह टोली दुर्गा पूजा समिति

चर्च रोड श्री दुर्गा पूजा समिति

कोकर दुर्गा पूजा समिति

बांधगाड़ी दुर्गा पूजा समिति

महाशक्ति दुर्गा पूजा समिति बूटी मोड

बरियातू हाउसिंग कॉलोनी विनेक्स क्लब

स्वर्ण जयंती क्लब

रिम्स चौक श्री दुर्गा पूजा समिति

बकरी बाजार

बकरी बाजार स्थित पंडाल जितना खूबसूरत है उस पंडाल के अंदर थीम भी उतनी ही लाजवाब है। पंडाल के अंदर मां दुर्गा को महिषासुर राक्षस का वध करते हुए दिखाया गया है.अलग-अलग मूर्तियों से यह बताने की कोशिश की गई है कि आज हर इंसान के अंदर एक राक्षस बसा है जिसकी वजह से वह गलत काम करता है, इसे ही इस पंडाल में दर्शाया गया है और अंत में दिखाया गया है कि इंसान रूपी राक्षस का वध मां दुर्गा कर रही हैं।

आरआर स्पोर्टिग क्लब में संतालपरगना की झलक

राजधानी की पश्चिम दिशा में बन रहे रातू रोड में आरआर स्पोर्टिंग क्लब के पूजा पंडाल में इस बार संतालपरगना की कला एवं संस्कृति की झलक दिखेगी। पंडाल के आंतिरक एवं बाह्य सजावट में आदिवासी समाज की परम्परा एवं कला.संस्कृति को कारीगरों ने प्लाईवुड, थर्मोकोल और हार्ड पेपर सीट पर उकेरा है। पंडाल में महीन कारीगरी की झलक भी श्रद्धालुओं को देखने को मिलेगी। पंडाल के मुख्य प्रवेश द्वारा वनवासियों की छोटी प्रतिमाएं लगायी गयी हैं। आंतरिक सज्जा में भी विभिन्न जीव-जंतुओं के साथ मानव की मित्रता एवं लोक कला को दर्शाया गया है। पंडाल की ऊंचाई 90 फीट व लंबाई 80 फीट है। मुख्य मंडप को लकड़ी के ऊपर बने घर जैसी आकृति दी गयी है। आकृतियों की सजावट में चटक रंगों का प्रयोग किया गया है।

रेलवे स्टेशन पूजा समिति

रांची रेलवे स्टेशन पूजा पंडाल में मां दुर्गा रावण के मुंह के भीतर महिषाषुर मर्दन करती दिखाई दे रही हैं। करीब 35 फीट के इस मुखौटे के भीतर का यह दृश्य काफी खूबसूरत है। पूजा पंडाल में झारखंड की आदिम जनजातियों की सभ्यता, सोहराय पेंटिंग, छऊ नृत्य जैसे परंपरागत शैलियों को कलाकृतियों के माध्यम से दर्शाया गया है।