- आईएएस के पैटर्न पर होगा पीसीएस का एग्जाम

- प्री और मेन एग्जाम के सिलेबस में किया बदलाव

DEHRADUN : उत्तराखंड पब्लिक सर्विस कमिशन ने स्टेट में होने वाले पीसीएस एग्जाम के पैटर्न में बदलाव किया है। यह बदलाव प्रीलिमिनेरी और मेन एग्जाम दोनों में किया गया है। अब पीसीएस एग्जाम का पैटर्न लगभग आईएएस के पैटर्न की तरह ही होगा, जो कैंडिडेट्स पीसीएस और आईएएस दोनों की तैयारियों में जुटे हैं। उन कैंडिडेट्स के लिए इस नए बदलाव से सफलता की राह आसान हो जाएगी।

नया सिलेबस और एग्जाम पैटर्न लागू

उत्तराखंड लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित होने वाले उत्तराखंड राज्य सिविल / प्रवर अधीनस्थ सेवा यानि 'पीसीएस' की प्रारंभिक परीक्षा यानि प्री एग्जाम और मुख्य परीक्षा (मेन एग्जाम) के लिए नया सिलेबस और एग्जाम पैटर्न लागू किया है। अभी तक प्रीलिमिनेरी एग्जाम में दो पेपर होते थे, जिनमें पेपर वन में जनरल स्ट्डीज और पेपर टू में कैंडिडेट्स द्वारा ख्ब् सब्जेक्ट्स में से चुने गए सब्जेक्ट पर एग्जाम कंडक्ट होता था।

दोनों एग्जाम एक पैटर्न में

पुरानी व्यवस्था में बदलाव कर इस बार पेपर वन में जनरल स्टडीज यानि सामान्य अध्ययन और पेपर टू के लिए सब्जेक्ट के चुनाव यानि ऑप्शनल सब्जेक्ट एग्जाम की जगह सामान्य बुद्धीमत्ता (जनरल इंटेलिजेंस) का एग्जाम होगा। पीसीएस एग्जाम के लिए यह व्यवस्था आईएएस एग्जाम के समान होगी। हालांकि आईएएस का एग्जाम ब्00 मा‌र्क्स का होता है और पीसीएस का एग्जाम दोनों पेपर्स को मिलाकर फ्00 मा‌र्क्स का ही होगा। आयोग ने पेपर्स के मा‌र्क्स में कोई बदलाव नहीं किया है।

नहीं होगा सब्जेक्ट्स का चुनाव

प्रीलिमिनेरी एग्जाम के अलावा आयोग ने मेन एग्जाम में भी बड़ा बदलाव किया है। एग्जाम के लिए अब कोई सब्जेक्ट चुनाव नहीं होगा। कैंडिडेट्स को इंटरव्यू से पहले सात पेपर देने होगे। अब तक कैंडिडेट्स को कंपल्सरी सब्जेक्ट के तौर पर हिंदी, एस्से राइटिंग और दो पेपर जनरल नॉलेज के देने होते थे। जिसके बाद कैंडिडेट को इच्छानुसार फ्ब् सब्जेक्ट में से दो ऑप्शनल सब्जेक्ट के लिए एग्जाम देना होता था।

सात क्वेश्चन पेपर अटेंप्ट करने होंगे

नई व्यवस्था में ऑप्शनल सब्जेक्ट हटा दिए गए हैं। अब सभी सब्जेक्ट्स को समाहित कर एग्जाम में कैंडिडेट को सात क्वेश्चन पेपर अटेंप्ट करने होंगे, जिसके बाद आठवां पेपर इंटरव्यू के रूप में होगा। एक्सप‌र्ट्स का मानना है कि नई व्यवस्था एग्जाम की मेरिट को बेहतर करने के मकसद से की गई है। इसके अलावा सभी सब्जेक्ट्स का ज्ञान कैंडिडेट्स के लिए भी बेहतर होगा।

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स्केलिंग फॉर्मूला नहीं होगा यूज

पुराने पैटर्न में कैंडिडेट्स डिफरेंट सब्जेक्ट्स से पीसीएस एग्जाम में शामिल होते थे, जिस कारण ईजी सब्जेक्ट्स के स्टूडेंट्स को फायदा होता था। इस वजह से साइंस जैसे सब्जेक्ट से एग्जाम देने वाले स्टूडेंट्स को काफी नुकसान उठाना पड़ता था। दरअसल, डिफरेंट सब्जेक्ट होने के कारण कमीशन को ओवर ऑल मेरिट के लिए एवरेज निकालने के लिए स्केलिंग फॉर्मूला यूज करना पड़ता था, जिस के यूज होने से कई बार कैंडिडेट्स के मा‌र्क्स बेहद कम काउंट होते थे, लेकिन अब एग्जाम में एक व्यवस्था होने से यह फॉर्मूला यूज करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे मेरिट भी अच्छी तैयार होगी।

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हिस्ट्री जियोग्रॉफी जैसे सब्जेक्ट वाले कैंडिडेट्स साइंस सब्जेक्ट वाले कैंडिडेट्स से बेहतर मा‌र्क्स गेन करते हैं। जिस वजह ये पहले ही ओवर ऑल मेरिट में डिफरेंस आ जाता था। इसके अलावा कमीशन द्वारा यूज होने वाला स्केलिंग फॉर्मूला मा‌र्क्स को कम ज्यादा कर देता था। एक पैटर्न होने से इसी प्रॉब्लम से निजात मिल जाएगी, जो सभी कैंडिडेट्स के लिए बेहतर होगा।

- अमित कपूर, डायरेक्टर, वेदांता आईएएस अकेडमी

मैं आईएएस और पीसीएस दोनों की तैयारी कर रह हूं। पहले दोनों के लिए अलग तरीके से तैयारी करनी पड़ती थी। अब दोनों एग्जाम का पैटर्न लगभग सेम होने से काफी फायदा होगा।

- हेम कांडपाल, स्टूडेंट

प्रीलिमिनेरी एग्जाम का नया पैटर्न

सब्जेक्ट क्वेश्चंस मा‌र्क्स टाइम

सामान्य अध्ययन क्भ्0 क्भ्0 ख् घंटे

सामान्य बुद्धीमत्ता क्00 क्भ्0 ख् घंटे

नोट: पेपर टू के लिए हर क्वेश्चन डेढ़ नंबर क होगा।

मेन एग्जाम का नया पैटर्न

क्वेश्चन पेपर सब्जेक्ट मा‌र्क्स टाइम

पेपर वन भाषा फ्00 फ् घंटे

पेपर टू भारतीय इतिहास, राष्ट्रीय आंदोलन, समाज एवं संस्कृति ख्00 फ् घंटे

पेपर थ्री भारतीय रातव्यवस्था, सामाजिक न्याय व अंतर्राष्ट्रीय संबंध ख्00 फ् घंटे

पेपर फोर भारत एवं विश्व का भूगोल ख्00 फ् घंटे

फिफ्थ पेपर आर्थिक एवं सामाजिक विकास ख्00 फ् घंटे

सिक्स्थ पेपर सामान्य विज्ञान एवं प्रोद्योगिकि ख्00 फ् घंटे

सेवंथ पेपर सामान्य अभिरूचि एवं आचार शास्त्र ख्00 फ् घंटे

ए‌र्ट्थ पेपर इंटरव्यू ख्00

नोट: कैंडिडेट्स के लिए सभी क्वेश्चन पेपर्स कंपल्सरी हैं। इसके अलावा भाषा पेपर में कैंडिडेट्स को मिनिमम फ्भ् मा‌र्क्स प्राप्त करना अनिवार्य है।