देश के 60 परसेंट व्यापारियों के पास नहीं है कम्प्यूटर

कैट की ओर से जीएसटी एंड डिजिटल इंडिया सेमिनार का आयोजन

ALLAHABAD: एक जुलाई से पूरे देश में जीएसटी लागू होना है। अब केवल 20 दिन का समय बचा है। फिर भी व्यापारियों में जीएसटी को लेकर डर बना हुआ है। जीएसटी में बिजनेस कैसे किया जाए इसे लेकर तैयारी नहीं हो रही, बल्कि अफवाहें फैलाई जा रही हैं। व्यापारी भी परेशान हैं। उनके मन में शंका, आशंका और डर के बीच कई सवाल उठ रहे हैं। व्यापारियों की शंकाओं और डर के साथ ही जिज्ञासा का समाधान करने और जीएसटी से अवगत कराने के लिए कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स 'कैट' की ओर से रविवार को एनसीजेडसीसी में 'जीएसटी एंड डिजिटल इंडिया' सेमिनार आर्गनाइज किया गया।

नंदी के किया उद्घाटन

कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता, एक्साईज कमिश्नर प्रेमनाथ तिवारी, एडिशनल कमिश्नर सेल्स टैक्स चंद्रिका राय के साथ ही कैट के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र अग्रवाल, डॉ। बीबी अग्रवाल एवं विभू अग्रवाल ने दीप प्रज्जवलित कर सेमिनार का उद्घाटन किया। सेमिनार में एक्साईज कमिश्नर प्रेमनाथ तिवारी ने कहा कि जीएसटी लागू होते ही कर पर कर की प्रक्रिया खत्म हो जाएगी। सारा काम ऑनलाइन होगा, इसलिए जितना कम्प्यूटर फ्रेंडली होंगे उतना बेहतर होगा व्यापार।

डर और अफवाह गलत

एडिशनल कमिश्नर सेल्स टैक्स लखनऊ चंद्रिका राय ने कहा कि जीएसटी आएगा तो गड़बड़ी हो जाएगी। इसकी केवल अफवाह फैलाई जा रही है। व्यापारियों में जीएसटी को लेकर डर है, शंका है, आशंकाएं हैं। वहीं जीएसटी को लेकर भ्रांति भी है कि सालभर में 37 रिटर्न दाखिल करना होगा। जबकि ऐसा कुछ नहीं है। एक महीने में रिटर्न तो एक ही जमा होगा, बस पूरी प्रक्रिया को तीन हिस्से में करते हुए समय दिया गया है। एडिशनल कमिश्नर ने कहा कि आईजीएसटी को लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है। जबकि आईजीएसटी कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा कि जीएसटी लगेगी उस दिन जो स्टॉक बचा हुआ है, उससे आईटीसी का लाभ कैसे मिलेगा? यह जानें।

व्यापारियों को अपडेट होना होगा

कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि आगे बढ़ने के लिए नए तरीकों को अपनाना होगा। जीएसटी में नियम का उल्लंघन करने पर जेल जाने का जो प्राविधान है, उस विसंगति को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है। कंफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद विभागों के अधिकारियों से व्यापारियों का डायरेक्ट कनवरसेशन नहीं होगा। अब विभाग को न तो कोई कागज देना है, और न ही कोई कागज लेना है। मेल व मैसेज के थ्रू ही बात होगी। सरकार की ओर से रिटेलर को एजुकेट करने की जरूरत है।

बिजगुरु लांच

व्यापारियों की सुविधा के लिए कैट की ओर से बिजगुरु के नाम से लैपटॉप व डेस्कटॉप लांच किया गया। इसमें विंडोज टेन के साथ ही टैली सॉफ्टवेयर अवेलेबल होगा। इसे एचडीएफसी बैंक से लोन के थ्रू भी लिया जा सकेगा। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र गोयल, अजय गुप्ता, राजेश अग्रवाल, रवि केसरवानी, आशीष अग्रवाल, आशुतोष गोयल, अशोक ब्रिटानिया, अनुपम अग्रवाल, राजमोहन पुरवार, अरविंद अग्रवाल, दिनेश केसरवानी, तरंग अग्रवाल, संदीप केसरवानी, नरेंद्र अग्रवाल, अभिषेक सिंघल आदि मौजूद रहे।

ऐसे करें रजिस्ट्रेशन-

जिनका 20 लाख तक टर्न ओवर होगा प्रांत के अंदर

प्रांत के बाहर सप्लाई करते हैं तो कोई सीमा नहीं है, तुरंत रजिस्ट्रेशन लेना होगा

कैजुअल डीलर हैं, नॉन टैक्सेबल पर्सन हैं तुरंत रजिस्ट्रेशन लेना होगा

आप ऐसी कोई कमोडिटी की सप्लाई करते हैं, जिसमें रिवर्स चार्ज मैकेनिज्म पर टैक्स देय है तो रजिस्ट्रेशन अनिवार्य होगा

सेक्सन 51-52 के अंतर्गत टीडीएस और टीसीएस काटने के जिम्मेदार हैं तो वहां कोई सीमा नहीं है, रजिस्ट्रेशन लेना होगा

इनपुट सर्विस डिस्ट्रीब्यूटर हैं तो भी कोई सीमा नहीं है, रजिस्ट्रेशन अनिवार्य होगा, इसमें यह नहीं देखा जाएगा कि टर्न ओवर क्या होगा ?

अगर आप चाहें तो 20 लाख से कम टर्न ओवर होने पर भी रजिस्ट्रेशन ले सकते हैं। टैक्स पे करना होगा