BAREILLY: यूपी बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा की बची 31 हजार सीटों के लिए 11 से 14 जुलाई तक प्राइवेट कॉलेजेज में एडमिशन होंगे। यह जानकारी यूपी बीएड प्रवेश परीक्षा को-आर्डिनेटर प्रो। बीआर कुकरेती ने दी। उन्होंने बताया कि कॉलेजज को तीन दिन में सीटें भरने का मौका दिया गया है। वहीं ईडब्ल्यूएस यानि इकनॉमिक वीकर सेक्शन के तहत मिलने वाले रिजर्वेशन का व्हाट्सए पर वीडियो वायरल पर आरयू प्रशासन का कहना है कि ऐसा कोई शासनादेश नहीं आया है। इसलिए इसे अभी लागू नहीं किया गया है।

रेस्पांस न मिलने पर भर दी सीटें
बीएड एडमिशन के दौरान ईडब्ल्यूएस के तहत 10 परसेंट रिजर्वेशन फायदा कैंडिडेट्स को नहीं मिल सका। आरयू ने शासन को लेटर लिखा था, लेकिन कोई रेस्पांस नहीं मिला। स्थिति साफ न होने पाने की वजह से आरयू ने सभी सीटों पर एडमिशन दे दिया।

एससी कैंडिडेट्स को मौका
प्रो। बीआर कुकरेती ने बताया कि जिन एससी कैंडिडेट्स को काउंसलिंग में कॉलेज अलॉट हो गए, उसका जीरो बैलेंस पर एडमिशन होना था। अगर वह किसी कारण से अपना अलॉटमेंट लेटर नहीं निकाल सकें तो वे 12 जुलाई को अलॉटमेंट लेटर निकालकर एडमिशन ले सकते हैं।

एबीवीपी ने सौंपा ज्ञापन
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने थर्सडे को रजिस्ट्रार को ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने जनरल कैटेगरी के कैंडिडेट्स को 10 परसेंट रिजर्वेशन देने की बात कही। एबीवीपी का कहना है कि केन्द्र सरकार ने जब आरक्षण लागू किया है, तो उसका फायदा कैंडिडेट्स को दिया जाना चाहिए। निर्णय लेने के लिए रजिस्ट्रार सुनीता पाण्डेय ने 4 दिन का समय मांगा है। साथ ही यूजी और पीजी में आरयू से रजिस्ट्रेशन नहीं कराने वाले कैंडिडेट्स को एक मौका और देने की बात कही।

दो इंस्टॉलमेंट में लें फीस
विद्यार्थी परिषद का कहना है कि सैकड़ों कैंडिडेट्स ऐसे रह गए जो अपना रजिस्ट्रेशन नहीं करा सके। जबकि तीसरा विन्दु हॉस्टल में मेस की फीस अभी तक दो किस्तों में ली जाती थी। इस वर्ष उसे एक किस्त में लेने की डिमांड विवि ने की है उस फीस को दो किस्तों में लिया जाए। जिस पर रजिस्ट्रार ने विचार कर निर्णय लेने की बात कही है। संगठन मंत्री राहुल चौहान, कमल गुप्ता, निहार त्यागी, उज्जवल ढाका, और राहुल गंगवार आदि मौजूद रहे।