दरअसल, ये सिलसिला शोले से शुरू हुआ था। शायद ही उससे पहले किसी फिल्म में किसी हीरो ने कुत्ते-कमीने मैं तेरा खून पी जाऊंगा कहा हो या फिर गुस्से में चिल्लाया हो बसंती इन कुत्तों के सामने मत नाचना। साला का खुलकर इस्तेमाल भी इसी फिल्म में सुना गया। इतना ही नहीं, गब्बर सिंह का डायलॉग सुअर के बच्चों तो ऐसा पॉपुलर हुआ कि एक मिसाल बन गया। धीरे-धीरे बात साले और कमीने से आगे बढ़ गई। शेखर कपूर की बैंडिट क्वीन में खुल्लमखुल्ला गालियां बकी गईं तो हर तरफ त्यौरियां चढ़ीं। जैसा हर चेंज के साथ होता है, ठीक वैसे ही धीरे-धीरे ये रेसिस्टैंस कम होती गई। अब तो ये साली जिंदगी में गाली फिल्म के नाम का ही हिस्सा बन गई है। मोस्ट रीसेंटली, बुड्ढा होगा तेरा बाप और डेल्ही बेली की बीपॉलॉजी चर्चा में रही। तर्क सिंपल सा है पसंद नहींहै तो फिल्म मत देखो.

Internet पर parody

गदर में सनी पाजी के डायलॉग्लस हों या शोले मेंंगब्बर सिंह के मशहूर सीन, सभी के डब्ड वर्जन इंटरनेट पर अवेलेबल हैं। कुछ तो गालियों से भर दिए गए हैं मगर कुछ में सटल ह्यïूमर भी मिलता है। यूट्यूब पर इनके वीडियो के क्लिक्स इनकी पॉपुलैरिटी का सुबूत हैं.

और softer version भी

कुछ फिल्मों में और शहरी बोलचाल में आम लोगों ने फूहड़-बेहूदा गालियों के सॉफ्टर वर्जन भी ईजाद किए हैं। इनमें मां की आंख, भैंस की पूंछ या मोस्ट रीसेंटली गोलमाल-3 मेंंतेरी माका साकीनाका सबसे ज्यादा पॉपुलर हुए हैं। इन्हें दो वजहों से यूज किया गया। एक तो कॉमिक वैल्यू ऐड करने के लिए और दूसरे बात को थोड़ा और रसदार बनाने के लिए। कुछ अटकता सा हो तो रुककर सुनना पड़ता है ना.


songs
शादी-ब्याह के गीतों में हैं प्यार भरी दुत्कार

आम बोलचाल ही नहीं, भारत के कई हिस्सों में शादी-ब्याह के गीतों में भी गालियां शामिल हैं। समधी-समधन हों या ननद-भाभी, सभी के लिए खास गालियां लिखी गई हैं। और हां, बुरा मानने का यहां कोई चक्कर नहीं है। ये तो प्यार की गालियां हैं.  बुरा मानो तो बीप घर जाओ.