RANCHI: रिम्स में मरीजों के डाइट का हाल जानने के लिए डाइटीशियन शुक्रवार को किचन का इंस्पेक्शन कर रही थी। उसी समय मरीजों के लिए बनाई जा रही रोटियों पर मक्खियां भिनभिना रही थीं। इतना ही नहीं, मक्खियों को देखकर भी उसे ढका नहीं जा रहा था। ऐसे में इलाज करा रहे मरीजों की बीमारी और बढ़ जाएगी। इसके बावजूद एजेंसी हाइजीन को लेकर गंभीर नहीं है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर मरीजों की सेहत से खिलवाड़ कब बंद होगा। बताते चलें कि मरीजों को हेल्दी और हाइजेनिक खाना उपलब्ध कराने के लिए किचन को आउटसोर्स किया गया था।

आदेश की धज्जियां

किचन में मरीजों का खाना बनाने के लिए दो बजे के बाद का समय निर्धारित किया गया है। इसके बावजूद शुक्रवार को भी खाना एक बजे के पहले से बनाने का काम शुरू कर दिया गया था। ऐसे में डेढ़ बजे तक मरीजों को परोसे जाने वाली एक हजार रोटी बनकर तैयार थी। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि एजेंसी को प्रबंधन के आदेश का कोई डर नहीं।

परोसा था बासी खाना

मरीजों को डाइट देने का जिम्मा प्राइम किचन सर्विसेज को दिया गया है। लेकिन एजेंसी आए दिन मरीजों के डाइट से खिलवाड़ करती रही है। 17 नवंबर को भी मरीजों को बासी खाना परोस दिया गया था। इसके बावजूद एजेंसी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई।

वर्जन

एजेंसी को साफ-सफाई रखने को कहा गया है। इसके बाद भी लापरवाही बरती जा रही है जो गलत है। किचन में कीड़े-मकोड़े मारने वाली मशीन भी लगी है। इसके बाद कैसे मक्खियां घूम रही हैं, इसे देखा जाएगा।

कुमारी मीनाक्षी, डाइटीशियन, रिम्स