RANCHI: रिम्स में मरीजों की रोटियों पर मक्खियां भिनभिनाने के मामले में डाइटीशियन ने एजेंसी के सुपरवाइजरों को जमकर फटकार लगाई है। उन्होंने कहा कि मरीजों के डाइट के साथ इस तरह का खिलवाड़ किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बार-बार शिकायत मिलने के बाद भी सुधार नहीं हो रहा है। ऐसे में मॉनिटरिंग कमिटी से भी कंप्लेन की जाएगी। बताते चलें कि दैनिक जागरण आईनेक्स्ट ने मरीजों की रोटियों पर मक्खियां खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इसके बाद डाइटीशियन ने एजेंसी के सुपरवाइजरों को व्यवस्था सुधारने का निर्देश दिया है।

कार्रवाई की बजाय लगाया जाता है फाइन

हॉस्पिटल में इलाज करा रहे मरीजों को खाना देने के मामले में पहले भी कई बार एजेंसी के खिलाफ शिकायत मिली है। लेकिन कार्रवाई के बजाय केवल फाइन लगाकर छोड़ दिया जाता है। ऐसे में एजेंसी को किसी तरह की कार्रवाई का डर नहीं है। सुपरवाइजरों को मालूम है कि कुछ गड़बड़ी होगी तो दो-चार हजार का फाइन लगा दिया जाएगा। इसके बाद कोई कार्रवाई की ही नहीं जाती है। इस वजह से एजेंसी मनमानी करने से बाज नहीं आ रही है।

नींद में किचन मॉनिटरिंग कमिटी

मरीजों के डाइट में गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर तत्कालीन डायरेक्टर डॉ। बीएल शेरवाल ने मॉनिटरिंग कमिटी का गठन किया था, ताकि मरीजों को हाइजेनिक-पौष्टिक खाना मिल सके। इसके लिए मॉनिटरिंग कमिटी को टाइम-टाइम पर किचन का इंस्पेक्शन, खाने की क्वालिटी चेक आदि जिम्मेवारी भी सौंपी गई थी। लेकिन मॉनिटरिंग कमिटी गहरी नींद में सो रही है। जब डाइट को लेकर हंगामा होता है तो इंस्पेक्शन शुरू कर दिया जाता है। मामला शांत होते ही कमिटी का इंस्पेक्शन भी बंद हो जाता है।