बंगाल से केरल करने गया था मजदूरी

पश्चिम बंगाल निवासी 22 साल के मोफिजुल रहीम शेख पेशे से मजदूर हैं। कई दिनों तक काम न मिलने के चलते रहीम केरल के कोझिकोड में एक मजदूरी करने पहुंचा। रहीम शेख लॉटरी लगने के एक दिन पहले 3 मार्च को ही मजदूरी कर पैसे कमाने के लिए कोझिकोड पहुंचा था। पहले दिन मजदूरी करके उसे 50 रुपए मिले जिससे उसने एक दिव्यांग से लॉटरी का टिकट खरीदा और उसकी किस्मत खुल गई। रहीम को जैसे ही पता चला कि उसके नाम एक करोड़ की लॉटरी निकली है। रहीम फौरन पुलिस स्टेशन गया और सिक्युरिटी मांगी है।

दिव्यांग पर आई दया तो खरीदा लॉटरी का टिकट

पुलिस अफसर यू. के. शहांजहां ने बताया कि रहीम को लॉटरी टिकट बेचने वाले एक दिव्यांग पर दया आई और उसने टिकट खरीद लिया। 4 मार्च की शाम रहीम को पता चला कि उसके नाम से लॉटरी निकली है। रविवार और शिवरात्रि की छुट्टी के चलते रहीम बैंक में टिकट जमा नहीं कर सका और तब तक कोझिकोड पुलिस की निगरानी में ही रहा। रहीम ने बताया कि वह शादीशुदा है और उसकी आठ महीने की बेटी है। लॉटरी जीतने के बाद भी वह काम करते रहना चाहता है। लॉटरी के एक करोड़ रुपए मिलने के बाद अब रहीम खुशी-खुशी घर वापस लौट रहा है। वर्द्धमान जिले में उसके घर पर दावत की तैयारी चल रही है।

National News inextlive from India News Desk