सेक्स के नाम पर लोगों के साथ लूट
बेरोजगारों के सपने बेचने के नाम पर नौकरी के फर्जीवाड़ा से लेकर सेक्स के नाम पर लोगों के साथ लूट। नोटों की डबलिंग कर लाखों की चपत के साथ ही मार्केटिंग के नाम पर करोड़ों बटोरकर भागने की कलाकारी करने वाले शख्स यहां पूरी तरह से एक्टिव हैं। यहां कोई ऐसा नहीं है, जो ठगा न जा रहा हो। नटवरलालों की इस ताकतवर फौज से लडऩा है, तो सावधान रहिए। यहां हर मोड़ पर एक नटवरलाल खड़ा है, जो आपको कभी भी, कहीं भी लूट सकता है. 

रुपए बनाने में माहिर गैंग एक्टिव
इस शहर में रुपए भरे पड़े हैं। आपको भले समझ में न आ रहा हो, पर शातिर दिमाग वाले सबकुछ समझ चुके हैं। नोट को डबल करने के नाम पर करोड़ों का बिजनेस कर रहे हैं। पुलिस के इस खुलासे के बाद और भी होश उड़ गए हैं कि इस गिरोह को चलाने वाले दूसरे स्टेट से आते हैं और होटल बुक कर आराम से चपत लगा जाते हैं। ये लोग एक लाख को दो लाख और दो लाख को चार लाख करने के नाम पर करोड़ों का मार्केट खड़ा कर चुके हैं। अगर अब भी नहीं संभले, तो आपकी जेब खाली होनी तय है।

सेक्स के नाम पर सेटिंग
थोड़ा अटपटा जरूर लगेगा, पर यह तल्ख सच्चाई है। शहर में लोग सेक्स का मजा लेने के चक्कर में लगातार फंसते जा रहे हैं। ऐसे लूट रहे हैं कि किसी को बता भी नहीं सकते। कम उम्र की लड़की चाहिए या फिर कोई बाहर वाली सुन्दर लड़की। हर चीज अवेलेबल करने का दावा कर पहले फंसाया जाता है और फिर लूट लिया जाता है। रेट तो आप तय कर जाते हैं, मगर वहां से लौटते हैं तो जेब के सारे रुपए निकाल लिए जाते हैं। हद तो तब हो गई, जब एक पुलिस ऑफिसर के ही रिश्तेदार इस चक्रव्यूह में फंस गए। गए थे मस्ती करने, मगर तीन लाख रुपए देकर छूटे। बंधक बना लिया, जमकर पीटा और इज्जत का हवाला देकर तीन लाख वसूल किए। शर्म के मारे साहब किसी से कह भी नहीं पा रहे।

सीबीआई और एसटीएफ का खौफ
सीबीआई, एसटीएफ और पुलिस का डर किसके दिल में नहीं होता है। यह तो उन शातिर दिमाग वाले क्रिमिनल्स और ठगों को भी होता है। ऐसे में वे इनका फायदा उठाना नहीं भूलते। शहर में ऐसी कई वारदातें सामने आई हैं, जिसमें सीबीआई और एसटीएफ बनकर लाखों का चूना लगाया गया है। नकली ऑफिसर बनकर वाहनों से रुपए की वसूली के कई मामले सामने आए। इनकम टैक्स के ऑफिसर बनकर भी धोखा देने वाले अपराधी सक्रिय हैं। यही नहीं, दो बड़ी किडनैपिंग की वारदात भी सीबीआई और एसटीएफ बनकर अंजाम दी गई। ऐसे ठगों की दहशत का आलम यह रहा कि सीबीआई को भी इन सारे लोगों की डिटेल इंवेस्टिगेशन की रिपोर्ट पुलिस से मांग दी।

नौकरी बिकती है, खरीदोगे
कुछ इसी अंजाम में ठगों ने अपनी अपनी दुकानें खोल रखी हैं। बेरोजगारों को सपने दिखाकर उनके जज्बातों से खेलकर अपनी जेबें भरने में माहिर ऐसे ठग से पटना भरा पड़ा है। विदेश भेजने से लेकर समुद्री जहाज में नौकरी दिलवाने के लिए सैकड़ों लोगों को धोखा दिया गया है। पटना के कई होटल्स को बुक कर फर्जी इंटरव्यू लिया जाता है। यहां से अप्वाइंटमेंट लेटर देकर बाहर भेजा जाता है, जहां न तो कोई आदमी मिलता है और न ही केाई ऑफिस। रुपए देने के बाद फंसे लोग बाद में थाने की शरण में आते हैं, जहां झूठे आश्वासन और दोबारा बेवकूफी न करने सलाह के अलावा कुछ नहीं मिलता। यही नहीं, पढ़े-लिखे गार्जियंस भी अपने बच्चों को इंजीनियर-डॉक्टर बनवाने के चक्कर में फंस रहे हैं। यहां से दूसरे स्टेट में टॉप के इंस्टीच्यूशन में एडमिशन के नाम पर रुपए तो वसूले जाते हैं, पर बाद में पता चलता है कि वहां फंस गए। ऐसी जगह एडमिशन हुआ, जहां तो सीटें भी फूल नहीं हुईं. 

टावर लगाना है या ठेकेदारी
पटना के थानों में ऐसे सैकड़ों केस दर्ज हैं, जिसमें मोबाइल कंपनियों के टॉवर लगाने के नाम लाखों-करोड़ों के गबन के मामले दर्ज हुए हैं। एक बड़ा रैकेट इसके लिए काम करता है। टॉवर लगाने के नाम पर रुपए पहले ही ले लिये जाते हैं और बाद में न तो टॉवर दिखता है और न ही टॉवर लगवाने वाले। यही नहीं, ठेकेदारी दिलवाने के नाम पर भी लाखों का खेल होता है। टेंडर के फॉर्म भरने से लेकर दिलवाने तक ठेका भी लोग लेते हैं। इस दौरान जितना वसूल सकते हैं, वसूलते हैं। सरकारी ऑफिस में छोटे मोटे काम दिलवाने के ऐसे मामले भरे पड़े हैं। ऐसे पचड़े में न ही पड़ें, तो सुकून है।

ऐसे दाना डालते हैं लुटेरे
1. माउथ पब्लिसिटी- ऐसे लोगों की एक टीम शहर में लगी है, जो लोगों को गलत जानकारी देकर फंसाती है। स्कूल-कॉलेज और इंस्टीच्यूशन्स के पास एक्टिव रहते हैं।
2. पम्पलेट और पोस्टर - थोड़ा खर्च और अधिक फायदा सोचकर काम करते हैं। जमकर पम्पलेट और पोस्टर लगवाते हैं। अगर जानकारी नहीं ली गई, तो फंसना तय है।
3. ऐड का सहारा- न्यूजपेपर में विज्ञापन निकालकर भी लोगों को झांसा में डालते हैं। कई फर्जी नौकरियों के लिए अखबारों और केबल टीवी पर ऐड देते हैं।
4. वेबसाइट भी है साथ- वेबसाइट के माध्यम से अपना प्रचार करना और लोगों को फंसाना आसान है। शातिर दिमाग वाले फर्जी वेबसाइट बनाकर भी करोड़ों की चपत लगा चुके हैं।
5. कंसल्टेंसी एजेंसी को भी झांसा- ठगी के लिए सबकुछ करेगा की तर्ज पर चलते हैं ऐसे गिरोह। खुद को प्रमोट करने के लिए वे कंसल्टेंसी एजेंसी का भी सहारा लेकर लोगों को फंसा लेते हैं।

पहले तो लोग अलर्ट रहकर ऐसी वारदातों को रोक सकते हैं, लेकिन अगर कोई प्रॉब्लम आए, तो पुलिस को जरूर बताएं। नहीं बताने पर मुश्किलें और बढ़ती जाएंगी। कार्रवाई होगी और दोषी जरूर पकड़े जाएंगे. 
मनु महाराज, सीनियर एसपी 

इनकम टैक्स का ऑफिसर बनकर कोई अगर फर्जीवाड़ा या ठगी करता है, तो जरूर बताएं। इसमें सिर्फ पब्लिक ही नहीं फंसती, बल्कि डिपार्टमेंट भी संदेह के घेरे में होता है। सारे नम्बर वेबसाइट पर अवेलेबल होते हैं, फोन कर सकते हैं। जांच होगी ऐसे लोगों पर हर हाल में कार्रवाई होगी. 
प्रशांत भूषण, इंकमटैक्स कमिश्नर(टीडीएस)

अलर्ट रहिए, तो फंसेंगे नहीं। अगर फंस गए तो पुलिस को इंफॉर्म जरूर करें। वैसे सीनियर एसपी ऑफिस में इसकी इंफॉरमेशन भी दे सकते हैं। इन नम्बर्स पर कर सकते हैं कॉल 0612-2219359

Fraudism 2013
- 365 बाजार के नाम पर दर्जनों बिजनेसमैन को करोड़ों की चपत लगी। बड़े-बड़े बैनर देखकर बिजनेसमैन लुट गए।  
- सीबीआई के ऑफिसर बनकर युवक को उठा लिया था, कर रहे थे वसूली।
- एसटीएफ बनकर आए और उठाकर ले गए। करोड़ों की मांग की।
- हुस्न के जाल में फंसा बिजनेसमैन और 3 लाख गंवाए।
- एटीएम फ्रॉड हर कुछ दिन पर लूट रहे लोगों को।
- नोट डबलिंग की लालच में फंस रहे लोग।
- सब्जीबाग सहित कई इलाकों में सोने की गिल्ली या जेवरात देकर रुपए ठगने वाले एक्टिव।
- नौकरी के लालच में ठगाने वाले बेरोजगारों की संख्या बढ़ती जा रही है।
नोट- बहुत से ऐसे मामले तो पुलिस के पास बदनामी के डर से पहुंच ही नहीं पाते।

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