- मेरठ में बढ़ रही हैं ठगी की वारदातें

- जालसाज में फंसाकर दे रहे हैं वारदात को अंजाम

Meerut: लालच करना बुरी बात है। ऐसी कहावत तो आपने सुनी होगी। लालच में आकर लोग ठगों के शिकार होकर बर्बादी की ओर कदम रख रहे हैं। अलग-अलग फंडा अपना कर ठग आपके साथ ठगी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं। आप किसी भी आने वाली कॉल या एसएमएस का जवाब देने से होशियार रहें, ठगों की बात तो पूरी सुनने, लेकिन उनको अपने बारे में सही जानकारी और एकाउंट नंबर बिल्कुल न दें। मेरठ में एक ऐसे गैंग का पर्दाफाश हुआ है जो पीएनबी मेटलाइफ इंश्योरेंस कंपनी के नाम पर पॉलिसी धारकों को बोनस का लालच देकर तरह-तरह के शुल्क एकाउंट में डलवाकर ठगी करता था।

कैसे-कैसे होती है ठगी

चेहरा पहचानो और जीतो लाखों के ईनाम, जिसके चलते आपको टीवी पर या फिर समाचार पत्र में विज्ञापन के माध्यम से आधा चेहरा किसी कलाकार या फिर क्रिकेटर का दिखाया जाएगा। सही जवाब देने वालों को ईनाम का लालच दिया जाएगा। जब सही जवाब विज्ञापन से आकर्षित होने वाले लोग दे देंगे तो वह फाइल चार्ज और तरह-तरह के चार्ज एकाउंट में डलवाने के लिए कहेंगे। पैसे डलवाने के बाद न तो नंबर मिलेगा न हीं जिस एकाउंट में पैसा डलवाया होगा, उसमे पैसा बचेगा। मेरठ में कुछ दिन पहले एक ऐसा मामला पकड़ा जा चुका है।

टावर लगवाने के नाम पर ठगी

टावर लगाने के नाम पर भी ठगी होती है। समाचार पत्र में टावर लगाओ और घर बैठे पैसा कमाओ। इस तरह के विज्ञापन प्रकाशित होते हैं। जिसके लिए लोग विज्ञापन में दिए गए नंबर पर संपर्क करते हैं तो वह सबसे पहले एकाउंट में फाइल चार्ज डलवाने के लिए कहते हैं। उसके बाद एक पता देते हैं कि इस एड्रेस पर अपने कागजात कोरियर कर दें। चार्ज देने के बाद नंबर मिलना बंद हो जाता है। ठग भी अपने मकसद में कामयाब हो जाते हैं।

लोन के नाम पर ठगी

लोन के नाम पर भी ठगी की जाती है। लोन देने के नाम पर इंटरनेट साइट, समाचार पत्र और टीवी पर विज्ञापन के माध्यम से लोगों को आकर्षित किया जाता है कि एक घंटे में लोन कराए। जिसके बाद कस्टमर संपर्क करता है तो शुल्क एकाउंट में डलवाने के लिए ठग कहते हैं। एकाउंट में पैसा आते ही न तो लोन होता है, न ही नंबर मिलता है।

नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी

नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की जाती है। प्राइवेट कंपनी में नौकरी दिलाने के नाम पर तो विज्ञापन दिया जाता है। जिसमें लोगों से कहा जाता है कि नौकरी चाहिए तो तुरंत संपर्क करें, कमाए पच्चीस से पचास हजार रुपये प्रतिमाह, केवल रजिस्ट्रेशन कराएं। जिसके बाद आप को मिल जाएगी नौकरी। रजिस्ट्रेशन कराने के बाद पांच से दस हजार रुपये फीस वसूल ली जाती है। जिसके बाद इंटरव्यू का झांसा देकर एक महीने तक बेवकूफ बनाते हैं, बाद नंबर बंद हो जाता है।

ऑनलाइन ठगी

कई बार बैंक कर्मचारी या अधिकारी का हवाला देते हुए ठग आपसे आपके डेबिट कार्ड या फिर क्रेडिट कार्ड का नंबर पूछ लेते हैं। आप भी अनजाने में आकर उन्होंने अपना कार्ड नंबर, पिन नंबर और एकाउंट नंबर दे देते हैं। ऐसा न करें, क्योंकि ऑनलाइन शॉपिंग या फिर ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर ठग अपने एकाउंट में कर लेते हैं और आपको चपत लगा देते हैं।

इस तरह करें बचाव

क्। आपके मोबाइल पर आपको लाभ पहुंचाने के लिए आने वाली फर्जी कॉल से पहले पूरी तरह बातचीत करें।

ख्। जब वह आपसे आपके बारे में पूछताछ करें तो उन्हें सही जानकारी न दें, बल्कि उनकी बातों को ध्यान से सुनकर अपने दिमाग में फर्जी कॉल का सीन क्रिएट कर लें, अपने बारे में कोई जानकारी न देकर कॉल काट दे।

ख्। कॉल के दौरान जब वह आपका एकाउंट नंबर या फिर आपसे अपने खाते में पैसे डलवाने के लिए कहे तो तुरंत मना कर दें।

फ्। यदि बार-बार करके आपको फोन पैसे डलवाने के लिए कहे तो आप चेतावनी दें यदि इस बार कॉल आई तो सीधा पुलिस स्टेशन पर जाकर शिकायत की जाएगी।

ब्। यदि आपके पास कोई एसएमएस आता है, आपसे एसएमएस के माध्यम से कोई जानकारी मांगी जाती है तो आप जवाब न दें। बार-बार एसएमएस आने पर नजदीकी पुलिस स्टेशन पर संपर्क कर शिकायत करें।

भ्। टीवी चैनल या फिर तरह-तरह के विज्ञापन देखने के बाद आकर्षित होने के बाद किसी कंपनी या फर्म पर विश्वास न जताएं।