- पांचवे दिन का पूरा हुआ आयोजन

- भगवान को लगाए गए छप्पन भोग

BAREILLY:

राजेंद्र नगर स्थित श्री बांके बिहारी मंदिर में चल रहे भगवत कथा के पांचवे दिन का आयोजन हुआ। कथा में वृंदावन से पधारे स्वामी जगदानंद महाराज के शिष्य रजनीशानंद महाराज ने भक्तों को शाश्वत सत्य से अवगत कराया। उन्होंने कहा कि जो इस संसार में जन्मा है उसकी मृत्यु अवश्य ही होगी। यदि सबको मरना ही है तो मनुष्य को ऐसे कर्म करने चाहिए, जिससे उसका मृत्यु के प्रति भय मिट जाए। उन्होंने कहा कि भागवत की कथा जीवन को तो संवारती ही है। यह मृत्यु को भी संवारती है।

भगवान मनोकामना करते है पूरी

कथा कि दौरान उन्होंने बताया कि भागवत कथा से मनुष्य का प्रेम परमपिता परमात्मा से हो जाता है। वह संसार के बंधनों से मुक्त हो जाता है, जिससे उसकी मृत्यु भी सुगम हो जाती है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो भक्त निष्ठा एवं श्रद्धा से जिसको भी अपना ईष्ट मान लेते हैं वही उनकी हर मनोकामना पूरी कर देते हैं। इसके लिए शर्त यह है कि भक्तों की निष्ठा दृढ़ हो तथा उसका मन विचलित न हो।

छप्पन भोग का भी हुआ आयोजन

कथा के बाद मंदिर में छप्पन भोग का कार्यक्रम भी संपन्न हुआ। जिसमें श्रद्धालुओं ने ठाकुर जी को भोग लगाने के लिए अपने-अपने घरों से विभिन्न व्यंजन बना कर लाए थे। रजनीशानन्द स्वामी ने 'कन्हैया ले चल परली पार सांवरे ले चल परली पार' भजन गाकर सबका मन मोह लिया। इस बीच सुरेश पाठक, जगदीश भाटिया, जेपी भाटिया, दिनेश तनेजा, विजय बंसल, होशियार सिंह, मनोहर लाल आदि लोग मौजूद रहे।