उभरा अपनों के खोने का दर्द
 अपनों के खोने का दर्द क्या होता है, यह कोई उनसे जाकर पूछे जिन्हें हर पल किसी के आने का इंतजार होता है। दिनभर दरवाजे पर निगाहें टकटकी लगाए रहती हैं लेकिन नतीजा सिफर होता है। ऐसा ही कुछ घटा बालिका बालगृह की बच्चियों के साथ। भाईदूज के त्योहार पर उनका कोई भी अपना शेल्टर नहीं पहुंचा तो उनका चेहरा उदास हो गया। जबकि उम्मीद थी कि कोई न कोई उनसे टीका लगवाने जरूर आएगा.

काश हमारा भी कोई भाई होता
ममफोर्डगंज स्थित बालिका बालगृह में वैसे तो दीपावली का त्योहार काफी धूमधाम से सेलिबे्रट हुआ। पिछले दो दिनों में शहर के कई लोगों ने यहां पहुंचकर अनाथ बच्चियों को पटाखे, मिठाई, फल और गिफ्ट दिए, लेकिन ट्यूजडे को यहां का नजारा कुछ और ही था। शेल्टर में रहने वाली 43 बच्चियों का दिन काफी सूना बीता। उन्हें उम्मीद थी कि और दिनों की तरह ही कोई आएगा और उन्हें बहन का दर्जा देकर टीका लगवाएगा। फिलहाल ऐसा नहीं हुआ और शाम तक बच्चियां किसी के आने का इंतजार करती रहीं.

अधीक्षिका ने अदा किया भाई का रोल
आखिरकार काफी इंतजार के बाद जब कोई नहीं आया तो खुद शेल्टर की अधीक्षिका सफलता ने बच्चियों के भाई का रोल अदा किया। उन्होंने भाई दूज पर सभी बच्चियों से टीका लगवाकर उनके चेहरे को मुस्कान दी। इतना ही नहीं स्टाफ के लोगों ने भी उनके साथ भाई दूज सेलिब्रेट किया। बच्चियों के अनुरोध पर उनको रितिक रोशन की मूवीज भी दिखाई गईं। शाम को डांस, अंताक्षरी हुई, जिसमें उन्होंने जमकर इंज्वॉय किया.

आपस में मनाया त्योहार
वहीं शिवकुटी स्थित शिशु बालगृह में नन्हे-मुन्नों ने आपस में भाईदूज सेलिब्रेट किया। लड़कियों ने लड़कों को टीका लगाकर मिठाई खिलाई.  यहां भी सभी बच्चों को मिठाई और पटाखे दिए गए। शेल्टर की अधीक्षिका परमजीत कौर ने बताया कि बच्चों की खुशी का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। जहां तक पॉसिबल है उनकी मांगों को भी पूरा किया जा रहा है.

डीएम ने दिया ढेर सारा प्यार
उधर मंडे को डीएम राजशेखर ने अपने बेटे के साथ शेल्टर्स में जाकर दीपावली सेलिब्रेट की। पहले ममफोर्डगंज और शिवकुटी स्थित शेल्टर में जाकर उन्होंने बच्चों को मिठाई, फल और पटाखे गिफ्ट किए। इस दौरान बच्चों ने उन्हें सांग सुनाया और उनसे ढेर सारी बातें कीं। एक बच्ची ने डीएम के आने की खुशी में वेलकम सांग भी गाया। जिसे सुनकर वह काफी खुश हुए.


शहर में धूमधाम से मना भाईदूज
सिटी मेंं भाईदूज का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। बहनों ने भाइयों को टीका लगाकर उनसे गिफ्ट लिए तो भाइयों ने उनको बदले में ढेर सारा स्नेह दिया। लूकरगंज की रहने वाली नेहा ने बताया कि उसके बड़े भाई दीपक मुंबई में जॉब करते हैं। छह महीने बाद वह दीपावली पर घर आए थे। भाईदूज के मौके पर भाई ने नेहा को मोबाइल गिफ्ट किया और मूवी भी दिखाई। भाईदूज पर ट्यूजडे को मार्केट में जबरदस्त रश नजर आया.