अयोध्या बना बेल्हा, गीत संगीत से गूंजा आसमान

लाखों लोगों ने देखा बेल्हा का ऐतिहासिक भरत मिलाप

<अयोध्या बना बेल्हा, गीत संगीत से गूंजा आसमान

लाखों लोगों ने देखा बेल्हा का ऐतिहासिक भरत मिलाप

pratapgarh@inext.co.in

PRATAPGARH: pratapgarh@inext.co.in

PRATAPGARH: लंका में रावण का वध करने के बाद प्रभु श्रीराम, माता सीता व भ्राता लक्ष्मण के साथ अयोध्या पधार रहे हैं। पूरे क्ब् वर्ष बाद वनवास काटने के बाद उनके आगमन को लेकर पूरे अयोध्या में दीप जल उठे हैं। हर तरफ खुशियां ही खुशियां ही छाई हुई हैं। महिलाएं व पुरुष भगवान राम के आगमन की खुशियां एक-दूसरे को दौड़-दौड़कर बता रहे हैं। हर किसी के बांछे खिल उठी हैं। ढोल-नगाड़े व संगीत की धुने आसमान में गूंज रही है। कुछ इस तरह का नजारा अयोध्या का ऐसा ही नजारा रविवार को शहर के चौक में दिखा रहा था।

अपलक निहारते रहे भक्त

अयोध्या से महज सवा सौ किलोमीटर पहले बसे बेल्हा से राम का रिश्ता कुछ अलग है, तो भरत मिलाप भी खास होगा। इसी की माटी से होकर मर्यादा पुरुषोत्तम वन को गए और लौटे भी। बेल्हा में भगवान राम व भरत का मिलाप देखने को पड़ोसी भी आए। इलाहाबाद, जौनपुर, सुल्तानपुर, अमेठी, रायबरेली, कौशांबी के हजारों लोग शाम से ही शहर में पहुंचे चुके थे। कोई अपने रिश्तेदार के घर रुका तो कोई लाज व धर्मशाला में। आधी रात को ये सभी चौक की ओर चल पड़े। सजे संवरे ठठेरी बाजार, कचहरी रोड, मेन रोड, जेल रोड पर निकल रहीं चौकियों का घूम घूमकर आनंद लेने में पड़ोसी जिलों के राम नरेश, शिव कुमार यादव, राम मूरत पटेल, रामसुख पांडेय, शशिकांत मिश्रा मगन कि इतनी भीड़ होने के बाद भी उनको मेले में कोई परेशानी नहीं हो रही है। देर रात तक आने-जाने वाले रोड लाइट व झांकियों को निहार रहे थे। आखिर वह पल भी आया, जिसका अवध को इंतजार था। भोर की किरणें लालिमा बिखेरने लगीं। भगवान भाष्कर भी जैसे भरत मिलाप के अलौकिक दृश्य को जन जन को दिखाने के लिए प्रकाश का अखंड पुज लेकर आ गए हों। यही नहीं वह स्वयं भी चारों भाइयों के प्रेम मिलाप के साक्षी बनने को आतुर हैं। लगभग छह बजे राम दल, भरत दल, हनुमान दल, लवकुश दल ने चौक को अपने केंद्र में समाहित कर लिया। सवा छह बजे पं। वृद्धिचंद्र मिश्र मंच पर पहुंचे और तब तक चारों भाई चौक पर बने मंच पर विराजमान हो चुके थे। कुछ ही पल में मंत्रों की गूंज होने लगी। हजारों का रेला मौन हो गया। हाथ जोड़े, सिर झुकाए भगवान के ध्यान में डूब गए।

चारों भाइयों की उतारी आरती

इसके बाद चारों भाइयों की आरती उतारी गई। इसके बाद चारो भाई गले मिले। डीएम अमृत त्रिपाठी, एसपी सुनील सक्सेना, सदर विधायक नागेंद्र सिंह यादव, नगर पालिका अध्यक्ष हरि प्रताप सिंह, रामलीला समिति के संरक्षक श्यामलाल खंडेलवाल, श्रीकिशोर अग्रवाल, अध्यक्ष विजय सिंह, मंत्री सुनील सिंह, उपाध्यक्ष मनीष केसरवानी, रोशन लाल ऊमरवैश्य, संजय झालानी आदि ने आरती उतारी। आरती के बाद जयकारे लगे व प्रसाद का वितरण किया गया। चौक के चारों ओर खड़े हजारों लोग इस दृश्य को आंखों में बसा लेने के प्रयास में रमे थे। राम दरबार को प्रणाम करके सबने वहां से घरों की ओर प्रस्थान किया। धीरे-धीरे खचाखच भरा चौक खाली होने लगा।

काली ने किया तांडव

राधे-कृष्ण ने फूलों की होली खेली तो श्रद्धालु अपलक निहारते ही रहे। तभी भगवान कृष्ण ने मुरली बजा दी और गोकुल की गोपियां उनके पीछे चल पड़ीं। यह दृश्य अगले ही पल बदल गया। क्रोध से लाल होकर मां काली असुरों का मर्दन करने लगीं। यह देख हजारों हाथ उनके प्रति श्रद्धा से जुड़ गए। इस तरह के कई प्रदर्शन हो रहे थे भरत मिलाप की रात। शहर में करीब डेढ़ किलोमीटर तक फैले मेला क्षेत्र में एक से बढ़कर एक कलात्मक छवि बन रही थी। कलात्मक चौकियों ने लोगों की रात आंखों ही आखों में काट दी। किसी चौकी पर भगवान शंकर व गौरा का मनुहार करते दिखे तो किसी में वह तांडव करते मिले। गणेश जी के प्रकट होने, माता गौरी की आज्ञा के पालन में अपने पिता शंकर से ही युद्ध करने में मस्तक कटा बैठे।

चिलबिला में निकली झांकी

भरत मिलाप के लिए एक ओर जहां पर शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया था वहीं नदी के दूसरे छोर पर स्थित चिलबिला बाजार में भी स्थानीय व्यवसायी पवन कौशल, पंकज केसरवानी, पंकज उमरवैश्य, जगजीत सोनी, अजय जायसवाल, घनश्याम उमरवैश्य, रोहित उमरवैश्य, लक्ष्मीपति शाह आदि ने मंच बनाया तथा सुंदर-सुंदर झांकियां भी निकाली। झांकियां देखने के लिए आसपास के लोग सुबह तक चिलबिला बाजार में डटे रहे। चिलबिला में झांकियां निकलने से प्रशासन ने पुलिस बल वहां पर तैनात कर दिया था। शहर कोतवाल अनिल कुमार नदी के दोनों छोर की निगरानी में खुद लगे रहे। मनमोहक व कलात्मक झांकियों को कमेटी की तरफ से पुरस्कृत किया गया। व्यवसायी रवींद्र जायसवाल व विकास जायसवाल की अगुवाई में कई कलात्मक झांकिया निकाली गई जिसे देखकर लोग मंत्रमुग्ध हो गए।