BPCL के 400 कर्मचारियों का भविष्य अधर में

ALLAHABAD: नैनी स्थित भारत पम्प्स एंड कम्प्रेसर्स को केंद्र सरकार द्वारा बेचने का निर्णय लिए जाने से बीपीसीएल में कार्यरत कर्मचारी डरे हुए हैं। उन्हें अपनी नौकरी खतरे में नजर आ रही है। बीपीसीएल के विलय से करीब 400 कर्मचारियों का भविष्य अधर में लटक जाएगा। बीपीसीएल बचाओ संघर्ष समिति की मीटिंग में यह बातें कही गई।

कर्मचारियों का करोड़ों है बकाया

समिति के अध्यक्ष आरपी पांडेय ने कहा कि संस्थान में इस समय कुल 403 कर्मचारी हैं। जिसमें लगभग 150 कर्मचारी ऐसे हैं, जिनकी सेवा अवधि पांच से 20 वर्ष से अधिक बकाया है और कुछ कर्मचारी ऐसे हैं, जिनकी सेवा अवधि छह माह से पांच वर्ष तक बकाया है। पांचवे वेतन का पुनरीक्षण का एरियर लगभग 78 महीने का बकाया है। 62 महीने का छठवें वेतन पुनरीक्षण का एरियर बकाया है। जिसे जोड़ने पर करोड़ों रुपये कर्मचारियों की देयता बकाया है। मर्जिग से कर्मचारियों को भारी नुकसान होगा।