सचिन के लिए भी उठ चुकी है मांग

खेल मंत्रालय के सचिव पीके देब ने कहा कि हॉकी के दिग्गज खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद को भारत रत्न देने के लिए सिफारिश भेजा गया है. प्रधानमंत्री द्वारा इस सिफारिश पर गौर करने के बाद राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पास भेज स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा. अभी यह केवल एक सिफारिश भर है. ध्यानचंद के बेटे अशोक कुमार की अगुआई में छह सदस्यीय एक प्रतिनिधिमंडल 12 जुलाई को खेल मंत्री से मिला था. इसमें भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी और ध्यानचंद का पोता गौरव सिंह भी शामिल थे. अशोक कुमार का कहना था कि भारत रत्न मिलना उनके परिवार के लिए सम्मान की बात होगी.

जीते थे तीन गोल्ड

ध्यानचंद इंडियन हॉकी टीम के सदस्य रहते हुए तीन बार गोल्ड मेडल जीत चुके हैं. वे 1928 एम्सटर्डम, 1932 लॉस एंजिल्स और 1936 में बर्लिन ओलंपिक में जीत हासिल करने वाली इंडियन टीम का हिस्सा थे. खेल मंत्रालय ने 2012 में खुद ध्यानचंद के अलावा ओलंपिक विजेता अभिनव ब्रिंद्रा और माउंटेनियर तेनजिंग नोर्गे के नाम की सिफारिश की थी. तेंदुलकर के नाम की सिफरिश नहीं की गई है क्योंकि बीसीसीआई ने उनके नाम की सिफारिश नहीं की है. इससे पहले सरकार ने 2011 में 82 सांसदों की सिफारिश को ठुकरा दी थी.