गोरखपुर के रास्ते जा  सकता था दिल्ली
इंडिया में कई बम धमाकों के आरोपी और मास्टर माइंड यासीन भटकल पर इंंटेलीजेंस और एनआईए (नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी) की नजर थी। उनकी मानें तो भटकल ने बिहार के रास्ते नेपाल बॉर्डर में इंट्री की थी। पचास लाख के इनामी भटकल को अगर दिल्ली जाना था तो उसके लिए काठमांडू प्लेन से जाना सेफ नहींथा। यही वजह है आईबी को आशंका है कि वह गोरखपुर को वर्किंग सेंटर बनाकर यहां से ट्रेन के जरिए दिल्ली या देश के किसी भी कोने में जा सकता था। हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि भी नहीं हो सकी कि वह नेपाल क्यों आया और उसे कहां जाना था? लेकिन आपको बता दें कि इससे पहले भी कई आतंकी गोरखपुर को अपना वर्किंग सेंटर बना चुके हैं।

गिरफ्तारी को लेकर आशंकाएं
भटकल की गिरफ्तारी को लेकर अभी कई तरह की आशंकाएं हंै। फिलहाल भटकल एनआईए की हिरासत में है और उससे पूछताछ की जा रही हैैं। उसकी गिरफ्तारी को लेकर दावे अभी पक्के नहीं है। उसकी गिरफ्तारी वेंस्डे देर रात को दिखाई जा रही है, लेकिन ट्यूजडे देर रात एसएसबी (सशस्त्र सीमा बल) ने इंडो नेपाल बॉर्डर सोनौली से कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया था। उन्हें एसएसबी ने जम्मू और कश्मीर पुलिस को सौंप दिया था। माना जा रहा है कि पकड़े गए संदिग्धों में यासीन भटकल और उसका साथी असदुल्ला  शामिल हो सकते थे। हालांकि एसएसबी ने इस पर औपचारिक रूप से कुछ भी कहने के इंकार किया है।

इंडो नेपाल बॉर्डर बना सेफ जोन
इंडो नेपाल बॉर्डर पर 1751 किलोमीटर का ओपन बॉर्डर आंतकियों के लिए सेफ जोन माना जा रहा है। इंडो नेपाल बॉर्डर पर पिछले कई सालों में सैकड़ों संदिग्ध और कई आतंकियों के पकड़े जाने पर इस पर पूरी तरह से मोहर भी लग गई है। नेपाल आतंकियों का महफूज ठिकाना बन गया है। इसकी चलते खुफिया एजेंसी चौंकन्नी हो गई हैैं। एसएसबी के एक आला अफसर के मुताबिक नेपाल में अभी भी कई आतंकी छिपे हैं, जो इंडो नेपाल बॉर्डर के जरिए इंडिया में इंट्री की
फिराक में हैै।

खूब भटकाया भटकल ने कभी सौनोली, कभी रक्सौल
आईएम के सरगना यासीन भटकल की गिरफ्तारी कहां से हुई इसको लेकर शाम तक कंफ्यूजन की स्थिति बनी रही। सुबह ऐसी खबरेंं थी कि यासीन भटकल को भारत नेपाल सीमा सौनोली से पकड़ा गया था। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया उसकी गिरफ्तारी की जगह को लेकर पुष्टि नहीं हो पाई। गृहमंत्री ने बयान दिया कि भटकल को भारत नेपाल सीमा से पकड़ा गया। एक थ्योरी यह भी चर्चा में रही की उसे पकड़ा तो तीन देशों ने मिलकर था, लेकिन उसे नेपाल के रास्ते बिहार ले जाया गया। जहां भारत नेपाल बॉर्डर सोनौली पर यह तय किया गया किउसकी गिरफ्तारी कहां दिखाई जाएगी।

तो गोरखपुर भी है निशाने पर?
गोरखपुर में कई बार आतंकियों की धमकियां मिल चुकी हैं। 15 अगस्त के दो दिन पहले ही रेलवे स्टेशन स्थित डीजल लॉबी को उड़ाने के लिए आतंकी धमकी मिली थी.  यदि यह धमाका हो जाता तो पूरा गोरखपुर शहर तबाह हो सकता था। वहींसदर सासंद योगी आदित्यनाथ ने भी आतंकी धमकियों की लोकल एडमिनिस्ट्रेशन से कई बार शिकायत की थी। यह सारी घटनाएं कहींन कहीं इशारा करती हैं कि दिल्ली, मुंबई के साथ-साथ गोरखपुर भी आतंकियों की हिटलिस्ट में है।

 

report by : mayank.srivastava@inext.co.in