RANCHI : मध्यप्रदेश की भोपाल पुलिस ने रांची के बहू बाजार के पास से दो साइबर अपराधियों को दबोचा है। गिरफ्तार साइबर अपराधियों में एक बिहार के जमुई जिला का संतोष कुमार यादव और दूसरा देवघर का ज्योति मंडल है। इन दोनों की निशानदेही पर गैंग के अन्य अपराधियों की तलाश में लोअर बाजार पुलिस की मदद से भोपाल पुलिस ने सोमवार की देर रात तक कई ठिकानों पर छापेमारी की।

ट्रांजिट रिमांड के लिए अर्जी

भोपाल पुलिस ने गिरफ्तार किए गए दोनों साइबर अपराधी को ट्रांजिट रिमांड पर भोपाल ले जाने के लिए अवनिका गौतम के कोर्ट में अर्जी दी है। मंगलवार को शाम हो जाने की वजह से उन्हें रिमांड नहीं मिल सका। बुधवारको रिमांड पर लेकर दोनों को भोपाल पुलिस अपने साथ ले जाएगी। मालूम हो कि पकड़े गए दोनों साइबर अपराधियों ने पूछताछ में बताया कि इनका ा झारखंड, बिहार, बंगाल समेत कई राज्यों में बड़ा नेटवर्क है। पूरे देश में इनका गिरोह एटीएम का पिन पूछ कर खाते से अवैध निकासी करता है।

1.30 लाख की साइबर ठगी का मामला

गौरतलब है कि भोपाल के साइबर थाने में 1.30 लाख की ठगी का मामला दर्ज होने के बाद पुलिस को पता चला कि आरोपी रांची जिले में छिपकर रह रहे हैं। इसके बाद भोपाल साइबर थाने में पदस्थापित इंस्पेक्टर मनीष कुमार के नेतृत्व में टीम रांची पहुंची। यहां आकर लोअर बाजार पुलिस के सहयोग से साइबर अपराधी गैंग के दो अपराधियों को पुलिस ने छापेमारी कर गिरफ्तार कर लिया।

बैंक अधिकारी बन करते ठगी

पुलिस के मुताबिक पकड़े गए साइबर अपराधियों बड़ा गैंग पूरे देश में एक्टिव है। इस गैंग में कई महिलाएं भी शामिल हैं। ये बैंक अधिकारी बन लोगों के एटीएम पिन पूछ अवैध निकासी करते हैं। तकनीकी रूप से इनके गिरोह का हर सदस्य दक्ष है। ओटीपी जेनरेट करने, आधार से लिंक करने समेत कई तकनीकी छेड़छाड़ कर लोगों की गाढ़ी कमाई पर हाथ साफ कर देते हैं।

नवंबर में पकड़े गए थे तीन साइबर ठग

मध्यप्रदेश की साइबर पुलिस ने झारखंड से संचालित होने वाले शातिर साइबर ठग गैंग के तीन सदस्यों को पिछले साल नवंबर में गिरफ्तार कर भोपाल ले गई थी। इन अपराधियों में देवघर का सुचित दास, नितिश कुमार दास और सुनील दास शामिल था। आरोपियों ने रेहटी में रहने वाले किसान भागीरथ प्रसाद मालवीय के किसान कार्ड से आधार कार्ड लिंक करने के नाम पर उनके खाते से 55 हजार रुपए निकाल लिए थे।