- बीएचयू के एसएस हॉस्पिटल में थी तैनात, आक्रोशित साथियों ने वीसी लॉज पर किया प्रदर्शन

VARANASI

आने वाले दिनों में भले ही बीएचयू का एसएस हॉस्पिटल एम्स का दर्जा मिल जाए और मरीजों को बेहतर सुविधाएं मिलने लगे लेकिन वर्तमान के हालात यह है कि सोमवार को हॉस्पिटल की एक नर्स की मौत बेड न मिल पाने की वजह से हो गयी। इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए साथियों ने शव को वीसी आवास के गेट पर रखकर प्रदर्शन किया और व्यवस्था के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। उनका आरोप था कि बीमार नर्स को जानबूझ कर आईसीयू में जगह नहीं दी गयी। आक्रोशित नर्सेज ने हड़ताल पर जाने की चेतावनी दे डाली। मामले की गंभीरता को समझते हुए अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। शाम को वीसी ने भी नर्सेज को बुलाकर बातचीत की और मांगों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया तब जाकर सभी का गुस्सा शांत हुआ।

रात में बिगड़ गयी थी तबीयत

हॉस्पिटल के चर्म रोग विभाग के वार्ड में तैनात बलिया निवासी मंजू (35 वर्ष) को एक जुलाई को रात 11 बजे तबियत बिगड़ने पर भर्ती कराया गया। यहां उसका इलाज डॉ। एलपी मीणा के अंडर में चल रहा था। तबीयत बिगड़ता देख डॉक्टर्स ने नर्स को आईसीयू रेफर कर दिया। परिवार के लोग बीमार नर्स को लेकर जब आईसीयू पहुंचे तो उन्हें बेड खाली न होने की वजह से लौटा दिया गया। सुबह होते होते नर्स की मौत हो गयी। जानकारी होते ही सहयोगी नर्स वार्ड पहुंचने लगीं और लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगीं। आरोप लगाया कि अगर आईसीयू बेड मिल जाता तो बीमार नर्स की मौत नहीं होती। उन्होंने वीसी को पत्र लिखकर डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने व मृतक के आश्रित को नौकरी दिलाने की मांग की। वीसी ने नर्सेज की मांग पर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है। एसएस हॉस्पिटल के एमएस डॉ ओपी उपाध्याय ने घटना को दुखद बताया है। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल परिवार की पूरी संवेदना मृतक के साथ है। नियमानुसार जो भी होगा वह किया जायेगा।