-आईआईटी बीएचयू में इंडस्ट्री-इंस्टीट्यूट सोसाइटी कॉनक्लेव शुरू

VARANASI

किसी प्रकार के तकनीकी संवर्धन या अनुप्रयोग की कोशिशें कभी भी सार्थक नहीं हो सकती, जब तक समाज के सभी वर्गो से संवाद स्थापित न किया जाए। यह कहना रहा आईआईटी बीएचयू के डायरेक्टर प्रो। प्रमोद कुमार जैन का। शुक्रवार को एबीएलटी ऑडीटोरियम में आईआईटी बीएचयू की ओर से आयोजित तीन दिवसीय इंडस्ट्री-इंस्टीट्यूट-सोसाइटी कॅानक्लेव में बतौर चीफ गेस्ट प्रो। जैन ने कहा कि इस कॉन्क्लेव से निकले हुए सुझावों व अनुभवों के आधार पर आईआईटी बीएचयू समाज के विभिन्न क्षेत्रों में तकनीकी सहयोग के रूप में अपनी भूमिका का सकारात्मक ढंग से निर्वहन करेगा। इस अवसर पर सुशील कुमार तिवारी, वीके वर्मा और समारोह संयोजक प्रो। प्रदीप कुमार मिश्र उपस्थित रहे। प्रो। प्रदीप श्रीवास्तव ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। वाराणसी व आसपास के जिलों से आए लगभग 100 प्रतिनिधिओं ने अपनी समस्यायों के बारे में जानकारी दी।

सोलर कुकर का इनॉगरेशन

मालवीय उद्यमिता संवर्धन केन्द्र लंबे समय से उद्यमिता संवर्धन व कारीगरों, कृषकों आदि की तकनीकी समस्याओं के समाधान के लिए काम कर रहा है। संस्थान के पूर्व छात्र गौरव केडिया के तकनीकी सहयोग से बने सोलर ड्रायर व सोलर कुकर का इनॉगरेशन डायरेक्टर प्रो। जैन ने किया। इन दोनों उपकरणों के माध्यम से किसान अपने कार्य स्थल पर भोजन की व्यवस्था कर लेगा। संरक्षण की अवधि के बाद इन्हें प्रोसेसिंग के माध्यम से मार्केट में अच्छे रेट पर बेचा जा सकता है।