- प्रख्यात बिरहा गायक हीरालाल यादव का 83 वर्ष की अवस्था में निधन

- मणिकर्णिका घाट पर हुआ अंतिम संस्कार, शामिल हुए शहर के गणमान्य नागरिक

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VARANASI

लोकगायकी के शलाका पुरुष हीरा लाल यादव की बुंलद आवाज हमेशा के लिए खामोश हो गयी. अपनी गायकी के खास अंदाज से मुर्दे में भी जान फूंक देने का माद्दा रखने वाला खुद ही 'वायुहीन' हो गया. जी हां प्रख्यात बिरहा गायक हीरा लाल यादव का रविवार को चौकाघाट स्थित उनके आवास पर निधन हो गया. देर शाम उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ मणिकर्णिका घाट पर किया गया. मुखाग्नि उनके ज्येष्ठ पुत्र श्रीराम यादव ने दी. अंतिम संस्कार के दौरान उनके बेटे ने बिरहा गाते हुए उनके सिर पर उनकी प्रिय टोपी पहना दी. इसके पहले शवयात्रा में बड़ी संख्या में प्रशासनिक अधिकारी, संगीतकार, पत्रकार, नेता और गणमान्य शामिल थे.

चल रहा था इलाज

उम्रजनित बीमारी से ग्रस्त हीरालाल यादव को गत 27 अप्रैल को एक निजी हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था. वर्तमान में वह सांस की बीमारी से जूझ रहे थे. वेंटिलेटर पर रखकर कई दिनों तक इलाज करने के बावजूद किसी भी तरह की लाभ की स्थिति न पाते हुए डॉक्टर्स ने उन्हें घर ले जाकर सेवा करने की सलाह दी. परिजन उन्हें रविवार की सुबह घर ले आये जहां कुछ ही देर बाद उन्होंने शरीर छोड़ दिया.

शौक से शुरू हुआ था सफर

मूलरूप से वाराणसी के हरहुआ ब्लॉक के बेलवरिया निवासी हीरालाल यादव का जन्म 1936 में चेतगंज स्थित सरायगोवर्धन इलाके में पिता गूदड़ यादव और माता कौशल्या देवी के यहां दूसरे पुत्र के रुप में हुआ था. परिवार के दुग्ध व्यवसाय से जुड़े रहे. गीत गाने का शौक था. फिर धीरे-धीरे शब्दों को स्वरों में ढाल कर गाने की शुरुआत हुई. जिसने उन्हें आगे चल कर बिरहा सम्राट की पहचान दिलायी. उन्हें गुरु रम्मन दास, होली व गाटर खलीफा की शागिर्दी नसीब हुई. जिसने उनकी कला को तराशा. आकाशवाणी और दूरदर्शन पर उनकी बिरहा गायकी छायी रही. भक्ति संगीत और देश भक्ति के गीतों ने उन्हें एक अलग ही पहचान दिलायी.

हाल में ही मिला थ्ा पद्मश्री

भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें इसी वर्ष पद्मश्री सम्मान से नवाजा था. अस्वस्थ होने के बावजूद वे इस सम्मान को लेने दिल्ली गये थे. बिरहा सम्राट की पहचान रखने वाले हीरालाल यादव के नाम कई और पुरस्कार भी हैं. जिनमें संस्कार भारती, यश भारती, भिखारी ठाकुर सम्मान और टैगोर फेलोशिप प्रमुख्ा है.

पीएम ने ट्वीट कर व्यक्त की संवेदना

इस बीच पीएम मोदी ने उनकी मृत्यु पर ट्विटर पर शोक प्रकट किया है. उन्होंने लिखा है, पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित वाराणसी के बिरहा गायक श्री हीरालाल यादव जी के निधन की खबर से अत्यंत दुख हुआ. दो दिन पहले ही बातचीत कर उनका हालचाल जाना था. उनका निधन लोकगायकी के क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है. शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके प्रशंसकों और परिवार के साथ हैं.