इंपोर्ट-एक्सपोर्ट

शहर में साइकिल बिजनेस इसलिए भी ग्रोथ कर रहा है, क्योंकि यहां से साइकिल आस-पास के एरिया में एक्सपोर्ट होती हैं। बरेली साइकिल का हब है। कुछ स्टेट्स से साइकिल इंपोर्ट कर बरेली में स्टॉक की जाती हैं। फिर यहीं से आस-पास के जिलों और राज्यों में एक्सपोर्ट की जाती हैं। साइकिल लुधियाना, गाजियाबाद और नोएडा से मंगाई जाती हैं। वहीं उत्तरांचल, पीलीभीत, बदायूं, शाहजहांपुर, खीरी, टनकपुर में एक्सपोर्ट की जाती हैं। इंपार्ट-एक्सपोर्ट से भी साइकिल बिजनेस को रफ्तार मिली है।

Ecocnomic condition का असर

शॉपकीपर्स ने बताया कि साइकिल के बिजनेस पर इकॉनॉमिक कंडीशन का बड़ा इफेक्ट पड़ा है। 15 साल पहले पŽिलक की इकोनॉमिकल स्टेज काफी डाउन होने लगी थी। इसका सबसे अधिक प्रभाव साइकिल के बिजनेस पर पड़ा, लेकिन 2008 के बाद से साइकिल के बिजनेस में जबरदस्त उछाल आया। इसका रीजन लोगों की इकोनॉमिक कंडीशन मजबूत होना है। पहले के टाइम में लोग साइकिल को कई साल सहेज कर रखते थे, पर अब हर दो साल में पुरानी बदलकर नये मॉडल की साइकिल परचेज करने लगे हैं। इससे साइकिल की डिमांड बढ़ी और मार्केट ग्रोथ करने लगा।

नए models का positive effect

आजकल डिफरेंट मॉडल्स में साइकिल की अवेलेबिलिटी है। शॉपकीपर्स ने बताया कि अल्ट्रा मॉडर्न फीचर्स की साइकिल यंगस्टर्स को खूब पसंद आ रही हैं। सभी मॉडल्स में फीचर्स कम ज्यादा होने के साथ ही स्टाइलिश लुक्स भी हैं।

International brands की मांग

शॉपकीपर्स का मानना है कि कमिंग ईयर्स में इंटरनेशनल ब्रांड की मांग और बढ़ेगी। इसे भांपकर साइकिल व्यवसायी फ्रेंचाइजी भी लेने लगे हैं। इंटरनेशनल ब्रांड की साइकिल्स का प्राइस 30 हजार से शुरू होकर तीन लाख तक है।

बाजार में उछाल

शॉपकीपर्स के अनुसार, बरेली का मार्केट पिछले कुछ वर्षों से तेजी से बढ़ रहा है। पिछले साल के मुकाबले इस साल 15-20 करोड़ रुपए का मुनाफा ज्यादा होने की संभावना है। इस साल साइकिल का बिजनेस 80 करोड़ रुपए तक होने की संभावना है। शॉपकीपर्स का मानना है कि साइकिल मार्केट कमिंग ईयर्स में एक अरब से अधिक का बिजनेस करेगा। प्रतिदिन बरेली में 250 साइकिल सेल हो रही हैं। वहीं 1000 से ज्यादा साइकिल प्रतिदिन एक्सपोर्ट की जा रही हैं। शॉपकीपर्स की मानें तो आज भी स्टैंडर्ड हाइट साइकिल का क्रेज ज्यादा है। रोजाना बिकने वाली डिफरेंट वैराइटी की साइकिल में 75 परसेंट डिमांड स्टैंडर्ड साइकिल की ही रहती है।

'साइकिल की डिमांड साल दर साल बढ़ रही है। आने वाला वक्त इंटरनेशनल ब्रांड की साइकिल का होगा। यंगस्टर्स को ये खूब पसंद आ रही हैं.'

अर्चित सेठी, शॉपकीपर