नोटों की माला बनाने वाले कर रहे नए नोटों की सौदेबाजी

कटे-फटे नोट की दुकानों और फॉरेन मनी एक्सचेंजर कर रहे खेल

150 से 250 रुपये एक्स्ट्रा लेकर दे रहे नए नोटों की गड्डियां

1 करोड़ रुपये से अधिक का है सालाना कारोबार

200 के नए नोट की है मार्केट में सर्वाधिक डिमांड

200 रुपये तक का कमीशन ले रहे 10 और 20 की गड्डी पर

250 से 400 रुपये कमीशन लेकर दे रहे 50, 100, 500 और 2000 के नए नोटों की गड्डियां

Meerut। शहर में नए नोटों की कालाबाजारी खुलेआम चल रही है। गौरतलब है कि देश के कुछ प्रदेशों समेत मेरठ में भी करेंसी क्राइसिस के हालात बनने लगे हैं। ऐसे में शहर के पुराने हिस्से में सड़क पर खड़े लकड़ी के खोखों और दुकानों से रोजाना लाखों रुपये की नई करेंसी ब्लैक हो रही है।

यहां चल रहा खेल

शहर के घंटाघर, खैरनगर, बुढ़ाना गेट, वैली बाजार स्थित नए नोटों की माला बनाने वाले धड़ल्ले से नई करेंसी के नोटों की गड्डी दे रहे हैं, इसके एवज में वे ग्राहक से 150 से 250 रुपये कमीशन ले रहे हैं। इसके अलावा कटे-फटे नोट की दुकानों, फारेन मनी एक्सचेंजर भी नए नोटों की गड्डियों को ब्लैक कर रहे हैं।

ऐसे तय होता है रेट

एक खास बात यह है कि नए नोटों की यह गड्डियां दुकानदारों के पास बैंक से दलाल लेकर आता है और हर गड्डी पर कमीशन हर रोज का अलग-अलग तय होता है। बड़े नोटों की गड्डियों के लिए एडवांस में बुकिंग करानी होती है

कटे-फटे नोट का लाइसेंस

कुछ दुकानदारों को कटे-फटे नोट बदलने का लाइसेंस आरबीआई से मिला है। वे इसकी आड़ में नए नोटों की मालाएं और नोट बदलने का काम कर रहे हैं। ये दुकानदार शाम को बैंकों में पुराने नोट जमा करने जाते हैं जहां बैंक कर्मियों से सेटिंग कर ये नए नोटों की करेंसी लाते हैं।

एडवाइजरी बेअसर

नोटबंदी के दौरान पुलिस मुख्यालय द्वारा सूबे के सभी नोट बदलने वालों को नोटिस जारी किया गया था। पूछा गया था कि वे, नए नोट कहां से हासिल करते हैं। बैंकों के साथ-साथ कटे-फटे नोट बदलने का काम करने वालों को मुख्यालय की ओर से हिदायत दी गई थी कि नई करेंसी की ब्लैक मार्केटिंग न हो। पुलिस के आदेश इन दुकानदारों पर बेअसर हैं।

स्थान:-वैली बाजार

समय:-2 बजे (दोपहर)

बेखौफ हो रही नोटों की सौदागरी

रिपोर्टर-नए नोटों की गड्डी मिल जाएगी?

दुकानदार-हां, मिल जाएगी। कौन सी चाहिए?

रिपोर्टर-200 वाली कितने की पड़ेगी?

दुकानदार-250 रुपये ऊपर से देना होगा।

रिपोर्टर-अच्छा ये नए प्रिंट के 10 रुपये के नोटों की गड्डी कितने की है?

दुकानदार-150 रुपये ऊपर से देने होंगे।

रिपोर्टर-ये 50 वाली कितनी नए नोटों की गड्डियां मिल जाएंगी।

दुकानदार-कुछ लोगे भी या तफ्तीश ही करते रहोगे, इंटेलीजेंस से हो क्या?

रिपोर्टर-नहीं वो मैं बस पूछ रहा था?

नए नोटों की करेंसी की ब्लैक मार्केटिंग गंभीर विषय है। संबंधित अधिकारियों को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए जा रहे हैं तो वहीं बैंक अधिकारियों को नई करेंसी ब्लैक न हो इसको लेकर निर्देश दिए जा रहे हैं।

आनंद कुमार शुक्ला, एडीएम फाइनेंस, मेरठ

कैश के लिए एटीएम में कतारें

फोटो पार्थ फोल्डर में

एटीएम में नोट न होने की समस्या बुधवार को भी नजर आई। शहर के कई एटीएम में सुबह से ही कतारें देखी गई। कई लोग कैश ट्रंाजेक्शन के लिए कई एटीएम में भटकते रहे। बैंक अधिकारियों के मुताबिक आरबीआई के मुताबिक करेंसी चेस्ट ब्रांचों को नहीं मिल पा रही है। इस कारण बैंक शाखाओं को दिए जाने वाले कैश में कटौती की गई है। इस कारण समस्या देखने को मिल रही है।

पिछले चार दिन से एटीएम के चक्कर काट रहा हूं। कही भी पैसे नहीं मिल पा रहे है। ये हालात बिल्कुल नोटबंदी जैसी हो गई है.घंटों लाइन में लगना पड़ रहा है।

रितेश

सुबह से शहर के कई एटीएम के चक्कर लगा चुका हूं कई भी पैसा नही मिल पाया है बहुत परेशानी हो रही है। विक्रांत

बच्चों के लिये स्कूल का सामान खरीदना है एटीएम व बैंक से पैसे नहीं मिल पा रहे है अपने पैसे के लिए ही परेशान होना पड़ रहा है।

दिनेश