- लंका में दो भाइयों के बीच एक दिन पहले हुआ विवाद बदला मौत के खूनी खेल में, बड़े भाई ने छोटे भाई को गोली मारकर उतारा मौत के घाट

- दोनों भाइयों के बीच नौकरी को लेकर हुआ था विवाद, आरोपी भाई फरार

VARANASI : बदलते वक्त के साथ खून के रिश्तों का भी अब कोई मतलब नहीं रहा है तभी तो छोटी-छोटी बातों पर अपने ही अपनों का खून बहाने पर अमादा हैं। ताजा वारदात है लंका की। यहां महज नौकरी छूटने के बाद आर्थिक तंगी झेल रहे छोटे भाई से हुए विवाद के बाद बड़े भाई ने उसे मौत के घाट उतार दिया। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी भाई मौके से फरार हो गया और घायल छोटे भाई को परिजन लेकर अस्पताल पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे मृत डिक्लेयर कर दिया। पुलिस ने मृतक की पत्‍‌नी की तहरीर पर आरोपी बड़े भाई के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।

थप्पड़ के बाद लिया बदला

लंका का रहने वाला अजय उर्फ नाहर चार भाइयों में तीसरे नंबर पर था। सबसे बड़ा भाई रामजी सामनेघाट स्थित पुश्तैनी मकान में रहता हैं। जबकि अजय और अन्य दो भाई श्याम व राकेश करौंदी स्थित कृष्णपुरी कॉलोनी में बीते चार सालों से मकान बनवाकर रह रहे थे। अजय और श्याम शिवपुर स्थित एक साड़ी कारखाने में काम करते थे। एक महीने पहले कारखाना मालिक ने किसी बात पर अजय को नौकरी से निकाल दिया था जबकि श्याम को गाड़ी चलाने के लिए रख लिया। इसे लेकर अजय काफी परेशान था और सोमवार को वह कारखाना मालिक के यहां उनसे मिलने गया था लेकिन वहां किसी बात पर विवाद हो गया और मालिक ने उसकी एक न सुनी और उसे भगा दिया। इस बीच सोमवार रात में साड़ी कारखाना मालिक को गाड़ी से घर छोड़ने के बाद बड़ा भाई श्याम अपने घर पहुंचा तो अजय उससे उलझ पड़ा और आरोप लगाया कि उसकी नौकरी जाने के पीछे वहीं मेन वजह है और उसने साजिश कर उसे नौकरी से निकलवाया है। दोनों में विवाद शुरू हुआ और विवाद इतना बढ़ गया कि अजय और श्याम के बीच मारपीट शुरू हो गई। अजय ने श्याम को कई थप्पड़ भी रसीद कर दिए।

रात भर जलता रहा क्रोध की आग में

छोटे भाई अजय के हाथों पत्‍‌नी व बच्चों के सामने मार खाने के कारण श्याम उस वक्त तो बगैर कुछ कहे वहां से कमरे में चला गया लेकिन छोटे भाई के हाथों जलील होने के कारण पूरी रात उसने करवटों में ही काट डाली। मंगलवार सुबह अचानक श्याम भोर में उठा और पत्‍‌नी अर्चना व बेटों दुर्गेश, बेटू को करमाजीतपुर स्थित ससुराल लेकर चला गया। पत्‍‌नी व बच्चों को अपनी ससुराल छोड़ने के बाद श्याम वापस करौंदी स्थित घर पहुंचा। वह जब घर में घुसा तो अजय वहां हाथ धो रहा था। हाथ धोने के लिए अजय जैसे ही नल के पास झुका, पीछे से आए श्याम ने कमर से तमंचा निकाला और अजय के सिर में गोली मार दी। गोली की आवाज सुनकर अजय की मां, पत्‍‌नी और छोटा भाई कमरे से बाहर निकले।

उड़ गए सबके होश

गोली की आवाज सुनकर कमरों से बाहर आये परिजनों ने बाहर आकर जब अजय को खून से लथपथ हालत में जमीन पर तड़पते देखा तो लोगों के होश उड़ गए। सब शॉक्ड तब हो गए जब पास में ही श्याम को खड़ा पाया और उसके हाथों में असलहा देखा। ये देख जब तक परिजन कुछ करते तब तक श्याम मौके से भाग निकला। वहीं तड़प रहे अजय को लेकर परिजन पास के हॉस्पिटल में पहुंचे जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद सूचना पर पहुंची पुलिस ने अजय की पत्‍‌नी रूबी की तहरीर पर बड़े भाई श्याम के खिलाफ हत्या का मुकदमा कायम कर लिया है।

'पापा उठो न प्लीज'

अजय के बच्चे पिता को खून से लथपथ जमीन पर पड़ा देखकर कुछ समझ ही नहीं पा रहे थे। पति की मौत से बदहवास हो चुकी रूबी से बार बार तीन साल की बेटी अंजलि और दो साल का बेटा कुणाल यही पूछ रहे थे पापा को उठाओ न, वह सो क्यों रहे हैं। बार बार पूछने के बाद भी जब दोनों बच्चों को जवाब नहीं मिला तो दोनों रोते हुए मां की गोद में जाकर बैठ गए लेकिन बदहवास मां ने न बच्चों के आंसू पोछे और न उनको कोई जवाब दिया।