- परतापुर एरिया में डीजल पाइप लाइन में किया था छेद

- पाइप व मोटर के जरिए निकाला गया हजारों लीटर तेल

- पुलिस और आईओसी के कर्मचारियों ने की कार्रवाई

- तेल चोरों की गिरफ्तारी, पुलिस ने दी कई जगह दबिश

Meerut : परतापुर एरिया में एक प्लॉट के नीचे से जाने आईओसी की डीजल पाइप लाइन से तेल का खेल काफी समय से चल रहा था। जहां से कुछ शातिरों ने कई फीट गहरा गड्ढा खोदा और पाइप लाइन में छेद करने के लिए सुरंग खोदी गई। आखिर में यह खेल पकड़ा गया और अब इसको अंजाम देने वाले आरोपियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है। सोमवार को आइओसी और पुलिस ने मिलकर कार्रवाई की। पाइप लाइन में छेद को बंद कर दिया गया।

यह था मामला

डुंगरावली गांव के जंगल में नरेंद्र चौधरी और ज्ञानेंद्र चौधरी का प्लॉट है। प्लॉट में जमीन के नीचे से इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन की पाइप लाइन निकल रही है। यह डीजल की पाइप लाइन हरियाणा के पानीपत से मेरठ ऑयल डिपो तक बिछी है। ख् फरवरी को तेल डिपो में अचानक तेल की स्पीड कम होने पर इसकी जांच पड़ताल शुरू हुई। शनिवार की रात पेट्रोलिंग टीम ने जब स्पीड कम देखी तो लिकेज को देखने के लिए निकल पड़े। नरेंद्र और ज्ञानेंद्र के प्लॉट में पहुंचे तो एक टैंकर में तेल भरा जा रहा था।

हजारों लीटर तेल निकाला

यहां तेल भरने वाले लोग टीम को देखते ही फरार हो गए। आखिर में इस तेल के प्रेशर कम होने का कारण भी मिल गया। वैसे तो तेल की प्रेशर सुई कई बार कम हुई थी, लेकिन फ्भ् किलोमीटर इस लंबी लाइन में लिकेज खोजना आसान नहीं था। पेट्रोलिंग टीम जांच पड़ताल करने में लगी थी। आखिर में वह अपने मुकाम तक पहुंच गई थी। जहां इस तेल के खेल की तह तक पहुंचे तो सभी का दिमाग सन्न रह गया। सूचना पर आईओसी के चीफ मैनेजर राजीव सहगल और राकेश कुमार भी पहुंचे। इसके बाद थाने में प्लॉट के मालिकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई।

तरीके से किया गया खेल

इस प्लॉट की चारदीवारी के बीच जो खेल हो रहा था उसको देखकर सभी चौंक गए थे। दस फीट गहरी पाइप लाइन में छेद करने के लिए पंद्रह फीट का गड्ढा खोजा गया था। जिसके सहारे पाइप लाइन तक सुरंग खोदी गई। इसके बाद पाइप लाइन में किसी अत्याधुनिक यंत्र से छेद किया गया और फिर उसमें दूसरा पाइप ज्वाइंट किया गया था। इस पाइप लाइन को एक मोटर से जोड़ा गया। जो डीजल को ऊपर फेंकता था। इसके जरिए टैंकर भरा जाता था। और जब-जब तेल निकाला गया तब-तब स्पीड मीटर की नीचे आई थी।

तेल के खेल पर लगी लगाम

सोमवार को परतापुर पुलिस के साथ एक बार फिर आइओसी के कर्मचारी पहुंचे। जहां इस पाइप लाइन को फिर से सही किया गया। इस पर एक बड़ा लोहे का बैंड लगाया गया। जिससे ऑयल का लिंक बंद हो गया। देखा जाए तो आजतक इस पाइप लाइन में किसी ने सेंध नहीं मारी। जबकि बहुत से लोगों को इस पाइप लाइन का पता होगा। कई लोगों के घरों के नीचे से निकल रही है। इस खेल के बाद आईओसी चौकन्नी हो गई है। इस डिपो से कई हजार लीटर चोरी हो चुका है। जो अब तक की सबसे बड़ी तेल चोरी मानी जा रही है।

पास की एजेंसी से लिए नमूने

इस मामले में आईओसी ने तेल की सप्लाई के मद्देनजर आसपास की तेल एजेंसियों से नमूने लिए। यहां से चोरी गया तेल कहां-कहां बिका। अब इसकी तलाश भी की जा रही है। उधर पुलिस को दी गई शिकायत के बाद पुलिस ने कुछ आरोपियों को हिरासत में लिया है। साथ ही पूछताछ के बाद मिली अन्य जानकारी के आधार पर पुलिस ने मामले से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी को दबिशें दीं। जिसमें रात तक पुलिस कई नतीजों पर पहुंची। साथ ही इस मामले की जड़ें भी खंगालनी शुरू कर दी गई हैं।

दूर तक हैं जड़ें

पुलिस की तफ्तीश में तेल के खेल की जड़ें कहीं दूर तक फैली हुई मानी जा रही हैं। शायद इस खेल की प्लानिंग काफी लंबे समय से चली आ रही थी। जिसको अंजाम भी दे दिया गया। माना जा रहा है कि तेल चोरी करने वालों में कोई डिपो का भी कर्मचारी मिला हो सकता है। जिसे इस पाइप लाइन की हर स्थिति का पता होगा। पुलिस इस मामले में कुछ टेक्निकल लोगों की भी एंट्री देख रही है। दिल्ली तक भी इस मामले के तार जुड़े नजर आ रहे हैं। प्लॉट मालिकों की गिरफ्तारी और उनसे पूछताछ के बाद कुछ बड़ा निकलकर आएगा। पुलिस इस तेल के खेल की तह तक जाने में लगी है।

इस मामले में आईओसी के प्रबंधक राजीव सहगल की ओर से प्लॉट मालिकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। जिसमें अभी मुख्य आरोपी पकड़ में नहीं आए हैं। इसकी तफ्तीश के लिए तह तक जाएंगे। इससे बड़ा हादसा भी हो सकता था। आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा।

- सुरेंद्र नाथ, एसओ परतापुर

सप्लाई के लिए स्पेशल टैंकर

चोरों ने तेल की सप्लाई के लिए स्पेशल टैंकर बनाया था। देखने में लगता था कि ट्रक में ईंट की सप्लाई हो रही है, लेकिन ईंटों की बीच छिपे टैंकर में तेल की सप्लाई होती थी। अभी ये पता नहीं लगा है कि इस टैंकर के मालिक और ड्राइवर कौन हैं और चोरी किया गया तेल कहां सप्लाई हो रहा है।