- रेलवे क्रॉ¨सग के आसपास सड़क पर डेढ़ से दो फिट गहरे गड्ढे

- लोनिवि और रेलवे में फंसी सड़क, राहगीरों को मिल रहे जख्म

UNNAO: यदि आप शहर के रायबरेली रेलवे क्रा¨सग से बाइपास या फिर उससे शहर के अंदर की तरफ आने जाने की सोच रहे हैं तो जरा ध्यान देकर ही निकलिएगा। आप की जरा सी अनदेखी आप को सीधे अस्पताल पहुंचा सकती है। वाहन में क्षति होगी वह अलग से। यह सोच कर आप हैरान न हों, सड़क की हालत कुछ ऐसी ही है।

कोई सुनने वाला नहीं

सड़क पर रायबरेली रेलवे क्रा¨सग और उसके आसपास क्षेत्रों में एक से डेढ़ फिट गहरे गड्ढे और बिखरी हुई गिट्टी में कभी चौपहिया वाहन फंसते हैं तो दुपहिया वाहन सवार लोग गिरकर जख्म पाते हैं। ट्रक बस आदि भारी वाहनों के तो पलटने तक का खतरा बना रहता है। इतना सब होने के बाद भी इसपर अब तक कोई सुनवाई करने वाला नहीं है। लोक निर्माण विभाग रेलवे पर तो रेलवे लोनिवि पर मामला टाल कर किनारा कर लेता है। दोनों जिम्मेदार विभागों की लापरवाही का खामियाजा आम राहगीरों को भुगतना पड़ रहा है। यह स्थित कोई एक दो दिन से नहीं बल्कि महीनों से बनी हुई है। अनदेखी के कारण गड्ढे दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। फिर भी स्थानीय लोगों की आवाज पर कोई ध्यान नहीं देने वाला कोई नहीं है।

दिनभर रहती है जाम की स्थिति

शहर के अंदर पड़ने वाले रायबरेली क्रॉ¨सग के आसपास लगभग सौ मीटर क्षेत्र बड़े बड़े गड्ढों में तब्दील है। इनके कारण वाहनों का निकलना तक मुश्किल होता है। अधिकांश भारी वाहन इस क्षेत्र में पलटने के डर से रेंग रेंग कर निकलते हैं। इससे दिनभर जाम जैसी स्थित बनी रहती है। अकसर इन गड्ढों में बड़े वाहनों के फंसने जैसी घटनाएं होती रहती हैं। जिनके कारण लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

नहीं सुनता कोई तो क्या करें

लगभग डेढ़ माह से रायबरेली रेलवे क्रा¨सग और उसके आसपास की सड़क गड्ढों में तब्दील है। इन गड्ढों को पाटने के लिए यहां के रहने वाले वरुण सिंह, गौरव सिहं, नवीन रस्तोगी, आशीष शुक्ला, मनीष पांडेय आदि ने विभागों से लेकर अन्य अधिकारियों तक को कई बार इस समस्या से अवगत कराया। लेकिन हालात आज भी जस के तहत बने हुए हैं। इन लोगों का आरोप है कि आम लोगों की समस्या पर विभाग कोई ध्यान नहीं देता है। अभी किसी वीआईपी का कार्यक्रम आ जाए तो यह गड्ढे दोनों विभाग अपना मतभेद भूल कर रातों रात ठीक करा देंगे।

जिम्मेदारों से बात ----------

सड़क के जिस भाग में गड्ढे की मरम्मत का काम होना है उसे रेलवे को बनाना है। शेष जहां भी मरम्मत का काम होना था उस पीडब्ल्यूडी ने करा दिया गया है। जहां शेष रह गया है उसे भी दुरस्त कराया जा रहा है। रेलवे काम क्यों नहीं करा रहा है मुझे जानकारी नहीं है।

- एचएस यादव, अधिशाषी अभियंता पीडब्ल्यूडी

सड़क के गड्ढों में तब्दील होने की जानकारी है। इसकी मरम्मत के लिए बजट मांगा गया है। जैसे ही बजट मिलता है उसपर काम शुरू करा दिया जाएगा। फिलहाल धन की उपलब्धता न होने के कारण काम नहीं हो पा रहा है।

- शैलेंद्र सिंह आइओडब्ल्यू (रेलवे)