- एक महीने से घर में घुसा है नाले का पानी, कोई नहीं है देखने वाला

- नगर निगम की बेरुखी से परेशान हैं गर्दनीबाग रोड नंबर तीन के लोग

<- एक महीने से घर में घुसा है नाले का पानी, कोई नहीं है देखने वाला

- नगर निगम की बेरुखी से परेशान हैं गर्दनीबाग रोड नंबर तीन के लोग

PATNA : patna@inext.co.in

PATNA : शहर के बीचोंबीच लोग कैद हैं। वो अपने घर से नहीं निकल सकते। महिलाएं कई महीने से घर में ही बंद हैं। रात को सोने में लोगों को डर लगता है, तो दिन के उजाले में भी सहमे रहते हैं। मार्केट निकलने के लिए फोर व्हीलर भाड़े पर मंगवाना होता है। स्कूल-कॉलेज और ऑफिस जाने वालों की तो शामत बनी हुई है। इधर-उधर निकलने के लिए रास्ता ढूंढ़ना पड़ता है। वार्ड काउंसलर से निगम तमाम ऑफिसर्स तक को इसकी सूचना दी गई। नाले का पानी पहले सड़क तक था, पर अब तो घरों के अंदर आ गया है। डीडीटी पाउडर डालकर लोग दिन और रात पानी के कीड़े-मकोड़े मारने में लगे हुए हैं। वार्ड क्भ् के वार्ड काउंसलर भी इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। लिहाजा, पांच हजार से अधिक आबादी वाले इस एरिया के लोग जैसे-जैसे रह रहे हैं।

इस मौसम में भी घुटने भर पानी

गर्दनीबाग की हालत यूं ही पहले से खराब है, पर रोड नंबर तीन और चार की स्थिति और भी बुरी है। गर्दनीबाग से खगौल रोड की हालत पतली है। सड़कों पर घुटने भर नाले का पानी जमा हुआ है। पानी इतना गंदा कि एक बार उस रास्ते से चले नहीं कि पैर में पानी लगने के कारण स्किन डिजीज होना तय है। गर्दनीबाग से खगौल रोड आने-जाने वालों के लिए यह रूट सेफ माना जाता है, बावजूद इसके पानी लगे होने से कंडीशन दिन-ब-दिन खराब होता चला गया, जबकि इस एरिया में लोग कई सालों से रह रहे हैं।

नाले का पानी बन रहा खतरा

नाले का पानी घर में पहुंचने से हर एज ग्रुप को स्किन प्रॉब्लम हो रही है। लोकल रेजीडेंट राजीव कुमार ने बताया कि कई दफा शिकायत की है, पर कोई देखने वाला नहीं है। निगम में चक्कर लगाते-लगाते हालत खराब हो गया है, पर कोई देखने वाला नहीं है।

कंप्लेन का कोई असर नहीं होता

वार्ड काउंसलर से लेकर ऑफिसर्स तक को इसकी शिकायत की है। आलोक कुमार ने बताया कि नाले के पानी को हटाने की कोई खास अरेंजमेंट नहीं की गई है। यहां तक मेन नाले की सफाई भी अगर ठीक से कर दी जाती, तो घरों के अंदर से पानी निकल जा सकता है।

हमने कई दफा लेटर लिखा

संजीत कुमार संतोषी का कहना है कि कई दफा निगम को लेटर लिखा, पर वे लोग इस तरह से इग्नोर कर रहे हैं कि मानों हमलोगों के लिए निगम के पास कोई जगह नहीं है। कंडीशन काफी खराब है। एक महीने से अधिक का वक्त बीत गया, पर सैकड़ों घरों में पानी व गंदगी वैसी ही है।