पड़ोसी ने सुबह चार बजे देखी आग

बेतियाहाता निवासी बलराम अग्र्रवाल की गीताप्रेस रोड स्थित दीवान दयाराम कटरा में मां लक्ष्मी टेक्सटाइल नाम से साड़ी की होलसेल और रिटेल चार मंजिला शॉप है। उनकी बिल्डिंग के एक तरफ खाली मकान है, जबकि दूसरी तरफ आनंद साड़ी सेंटर। बलराम अग्र्रवाल की फर्म के ठीक सामने के मकान में उमैर का परिवार रहता है। मॉर्निंग चार बजे उमैर ने फर्म की बिल्डिंग से आग निकलते देखी। इसकी सूचना उन्होंने फायर सर्विस और बलराम अग्र्रवाल को दी। सूचना पाकर फायर ब्रिगेड की गाड़ी, राजघाट पुलिस और व्यापारी मौके पर पहुंच गए।

हर घंटे भड़कती गई आग

साड़ी शोरूम में लगी आग को मामूली समझना फायर ब्रिगेड को भी महंगा पड़ गया। हर घंटे आग भड़की चली गई और फायर ब्रिगेड आग बुझाने में लाचार साबित होने लगा। देखते-देखते गोरखपुर फायर स्टेशन समेत चौरीचौरा और सहजवना फायर सर्विस से भी गाड़ी बुलानी पड़ी। उसके बाद भी आग कंट्रोल न होने के चलते एयर फोर्स की फायर ब्रिगेड से मदद मांगी गई। दमकल की पांच गाड़ियां और एयर फोर्स की एक गाड़ी 6 घंटे तक जूझती रही। जिसके बाद आग की लपटों पर तो काबू पा लिया गया, लेकिन शाम पांच बजे तक आग को कंट्रोल करने के लिए पानी की बौछार डाली जाती रही।

चार मंजिला इमारत बनी सिरदर्द

मां टेक्सटाइल फर्म की बिल्डिंग चार मंजिल की है। फायर अफसरों के अनुसार आग नीचे के मंजिल में लगी और धीरे-धीरे चौथी मंजिल को भी अपने चपेट में ले लिया। आग बुझाने में फायर ब्रिगेड को काफी परेशानी का सामान करना पड़ा। फायर ब्रिगेड की हाइड्रोलिक सीढ़ी भी चौथी मंजिल तक नहीं पहुंच सकी। आग ने पड़ोस में स्थित आनंद साड़ी सेंटर और फर्म के पीछे स्थित कन्हैया लाल राम निवास की दुकान और फर्म को भी चपेट में ले लिया। दमकल कर्मियों ने आग को कंट्रोल करने के लिए कन्हैया लाल के मकान की दीवार तोड़ कर अन्दर से पानी डाला। दूसरी तरफ आनंद साड़ी सेंटर को भी खाली कराया गया।

गली तक नहीं पहुंच सकी गाड़ियां

जिस गोदाम में आग लगी थी वह संकरी गलियों में है। वहां तक फायर ब्रिगेड की गाड़ी तक नहीं पहुंच पा रही थीं। गीताप्रेस रोड पर ही गाड़ी पहुंची और वहां से पांच सौ मीटर दूर तक संकरे रास्ते से पाइप पहुंचा आग को कंट्रोल करने का प्रयास किया जाता रहा। पानी खत्म होने पर माया टाकीज कैंपस में बने पंप का यूज किया गया। स्थानीय लोगों का कहना है कि आग इस कदर भड़की थी कि आस-पास के एरिया को चपेट में ले सकती थी। माया टाकीज से समय पर पानी उपलब्ध होने पर आग को फैलने से काबू किया जा सका।

करोड़ों का नुकसान

फर्म के मालिक अंकुर अग्र्रवाल ने बताया कि आग से चार करोड़ रुपए के माल का नुकसान हुआ है। अंकुर अग्र्रवाल का कहना है कि आग शॉर्ट सर्किट के चलते लगी है। दूसरी तरफ फर्म के मालिक का यह भी कहना है कि रात 9 बजे दुकान बंद करते समय पॉवर कट कर दिया गया था। चीफ फायर अफसर वीरेन्द्र प्रताप सिंह का कहना है कि आग लगने के कारण की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही सामने आ सकेगा कि शॉर्ट सर्किट से आग लगी या फिर किसी और कारण से। आग की सूचना पाकर डीएम रविकुमार एनजी समेत प्रशासनिक और पुलिस के अफसर मौके पर पहुंच गए। सदर सांसद योगी आदित्यनाथ भी मौके पर पहुंचे और पीड़ित व्यापारी से मुलाकात की।

कहीं हाई वोल्टेज तो नहीं बना कारण

आनंद साड़ी सेंटर फर्म के मालिक ने बताया कि मंडे शाम सात बजे के बाद एरिया में हाई वोल्टेज की प्रॉब्लम चल रही थी। जिसके चलते कई दुकानों के बल्ब भी फ्यूज हो गए थे। रात 12.30 बजे लाइट चली गई और मॉर्निंग 3 बजे लाइट आई। जिसके बाद ही आग लगी।

पड़ोसियों की नींद उड़ी

आग के भड़कने पर आस-पास के लोगों दहशत में रहे। लक्ष्मी टेक्सटाइल के ठीक सामने रहने वाले उमैर का पूरा परिवार रात भर जागता रहा। यही नहीं आस पास के लोगों की नींद भी इस आग ने उड़ा दी। मुहल्ले में आग लगने की घटना तेजी से फैल गई और वहां लोगों का मजमा लगा गया। सभी यही दुआ कर रहे थे कि आग जल्द से जल्द काबू में आ जाए।

कब क्या हुआ

आग लगी - मार्निंग 4 बजे के लगभग

फायर ब्रिगेड पहुंची - मार्निंग 5 बजे

एयरफोर्स की दमकल पहुंची- 8 बजे

आग की लपटों पर काबू पाया- दोपहर 12 बजे

चौथी मंजिल पर काबू पाया गया- शाम 5 बजे तक

वर्जन-

कपड़े शोरूम में आग लगने के कारण की जांच की जा रही है। आग लगने से लाखों की नुकसान की बात सामने आई है। फायर ब्रिगेड की पांच और एयरफोर्स की एक गाड़ी ने कई घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। जांच में शार्ट सर्किट की आग से जहमत नहीं है। जांच रिपोर्ट के बाद ही सच्चाई सामने आएगी।

वीरेन्द्र प्रताप सिंह, चीफ फायर अफसर