-पटना और नालंदा में पीएलएफआई की पकड़ हो चुकी है मजबूत

-इलेक्शन के पहले से ही पर्चा छाप कर मांगी जा रही रंगदारी

-पीएलएफआई का बिहार सुप्रीमो खुद को लिखता है गणेश शंकर

PATNA : नक्सलियों की धमक के बीच फिर से तीसरे चरण की तैयारी शुरू हो चुकी है। छह जिलों के पचास विधानसभा असेम्बली में इलेक्शन होने वाले है जिसमें तीन जिले प्रमुख रूप से नक्सलियों की चपेट में है। इसमें पटना, नालंदा और भोजपुर में तो इनकी ताकत काफी है। पटना के भी कुछ खास इलाकों में इनकी ताकत बढ़ती गई है। खासकर पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट आफ इंडिया (पीएलएफआई) की ताकत इतनी बढ़ी है कि पुलिस की परेशानी भी बढ़ा चुकी है। पटना के बहादुरपुर हाऊसिंग फ्लैट में ब्लास्ट और उसके बाद रामकृष्ण नगर में मिले बमों के जखीरे ने यह साफ कर दिया कि पीएलएफआई कुछ भी करने की क्षमता रखता है। हालांकि पुलिस उसे सिर्फ रंगदारी व लेवी वसूलने वाला ही गैंग मानती थी मगर बमों का जखीरा के बाद तो उसके होश भी फाख्ता हो गये थे।

नालंदा में खास मजबूत

नालंदा के कई थाना एरिया में नक्सलियों की मौजूदगी असरदार है। पीएमएफआई का बिहार सरगना गणेश शंकर भी इसी जिले का रहने वाला है। उसका भाई चुहवा तो फिलहाल जेल में है साथ उसके कुछ खास साथी भी जेल की हवा ही खा रहे है मगर कुछ दिनों पहले ही नालंदा में दो विजनेमैन जो राजनीतिक दलों से संबंध रखते है उनसे ख्0-ख्0 लाख रूपये की रंगदारी पर्चा छाप कर मांगने के बाद तो पुलिस भी सकते में है। आईजी पटना कुंदन कृष्णन ने बताया कि पीएलएफआई से जुड़े कुछ लड़कों ने रंगदारी मांगी थी। रंगदारी मांगना ही इनका खास मकसद है। गणेश शंकर ने खुद को पीएलएफआई का बिहार सुप्रीमो घोषित कर रखा है। उसकी गिरफ्तारी के प्रयास भी चल रहे हैं।

नये लड़कों को करता है शामिल

यह संगठन नये लड़कों पर खास नजर रखता है जो बेरोजगार हो या फिर पढ़े लिखे हो। ऐसे लड़कों को यह झारखण्ड में ट्रेनिंग भी दे रहा है। सोनू और अमित नाम के लड़कों को भी कुछ दिनों पहले गिरफ्तार किया गया जो बहादुरपुर बम ब्लास्ट के एक्यूज थे। इन लड़कों को भी बम बनाने से लेकर कई तरह के हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी गई थी।

भोजपुर, बक्सर और सारण में भी एक्टिव

नक्सली भोजपुर में भी एक्टिव है। इसे आलवा सारण के कई इलाकों में नक्सलियों की ताकत रही है। कई बार जातिय संघर्षो में यह बातें खुलकर सामने आई है। बक्सर और भोजपुर में तो कई बार बड़े कांड भी हुए जिसमें कई जाने गई है। पुलिस पर भी नक्सली हमला हो चुका है। सारण के भी इलाके में पुलिस नक्सलियों की बड़ी मुठभेड़ हो चुकी है।

कई नक्सलियों की बन चुकी है लिस्ट

वैसे पटना के ख्फ् थाना एरिया ऐसे है जो नक्सल प्रभावित है। इसके अलावा पुलिस ने नक्सलियों की एक्टिविटी पर भी नजर रखी है। जेल से छूटने वाले और एक्टिव नक्सलियों की एक लिस्ट भी पुलिस ने बना रखी है। इसमें करीब भ्0 से अधिक नक्सली पूरी तरह से एक्टिव है जबकि करीब दौ सौ ऐसे है जो इनकी मदद करते है या फिर पहले नक्सली गतिविधियों में एक्टिव रहे हैं।