- सीएम नीतीश कुमार ने फेसबुक पर लिखा

PATNA : देश के प्रधानमंत्री का नेतृत्व इतना खोखला और विचार इतने संकीर्ण भी सो सकते हैं, यह देखकर मैं अचंभित हूँ और दु:खी भी। इस महान देश ने सदैव ऐसे नेता प्रस्तुत किए हैं जिनकी उदारता का उदाहरण हम अपने बच्चों को देते हैं और उन्हें गर्व से अनेकता में एकता का पाठ सिखाते हैं। ये विचार फेसबुक पर रखे सीएम नीतीश कुमार ने। उन्होंने लिखा कि इस देश में आज तक ऐसे कोई भी प्रधानमंत्री नहीं हुए जिन्होंने अपनी जाति या धर्म को अपना परिचय बना दिया हो। इसलिए जब मैं देखता हूं कि देश के वर्तमान प्रधानमंत्री सार्वजानिक तौर पर अपने धर्म और जाति को आधार बनाकर वोट मांग रहे हैं, दिल दहल जाता है। लगता है जैसे किसी बेहद पवित्र और गौरवशाली परंपरा के साथ छेड़छाड़ की जा रही है। मैं इस बात का पुरजोर विरोध करता हूं। सीएम ने फेसबुक पर लिखा कि यह कैसा नेतृत्व है? देश का प्रधानमंत्री कभी हिन्दू होने का दंभ भरता है, कभी पिछड़ा या अतिपिछडा होने का दावा करता है, तो कभी खुद को गुजराती व्यापारी बता आत्मविभोर हो जाता है। करोड़ों रुपये का सूट पहनता है, पूंजीपतियों से सांठ-गांठ रखता है, पर जब वोट मांगना हो तो गरीब चाय वाला होने का प्रचार करता है। लोगों की आँखों में धूल झोंकता है और दूसरी पार्टी अथवा धारा के नेताओं पर बेस्वाद तंज कसता है। आखिर यह कैसा नेतृत्व है? जो व्यक्ति लगातार अपनी जाति, सम्प्रदाय, क्षेत्र, और भाषा के आधार पर नेता होने का दावा करे, वह देश कैसे चलाएगा? लिखा कि जब अटल जी बिहार आए थे, तो उन्होंने एक सभा में कहा था- आप बिहारी हैं तो मैं अटल बिहारी हूं।