- आरक्षण पर पहले नंदकिशोर यादव और मुझसे बहस करें नीतीश

PATNA : पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (सुमो) ने रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चुनौती देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बहस करने से पहले आरक्षण के मुद्दे पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव और मुझसे बहस करें और इसके लिए स्थान और समय तय कर लें।

किसका कोटा काटक आरक्षण देंगे?

सुमो ने कहा कि नीतीश कुमार बताएं कि वे दलितों-पिछड़ों के हिस्से का आरक्षण काटकर अल्पसंख्यकों को क्यों देना चाहते हैं, जबकि बाबा साहब अंबेडकर का संविधान धार्मिक आधार पर आरक्षण देने की इजाजत नहीं देता? वे मुख्यमंत्री के संवैधानिक पद पर रहते हुए संविधान की मर्यादा तोड़ना चाहते हैं। लालू और नीतीश मुसलमानों-ईसाइयों को दलित-पिछड़ी हिंदू जातियों में शामिल कर उन्हें आरक्षण दिलाने के लिए संविधान के अनुच्छेद-फ्ब्क् में संशोधन कराना चाहते हैं। इनकी दोस्त कांग्रेस तो अल्पसंख्यकों को नौ फीसद आरक्षण देने की इच्छुक है। नीतीश कुमार बताएं कि अगर सुप्रीम कोर्ट ने आरक्षण की सीमा भ्0 फीसद तय कर दी है तो किसका कोटा काटकर ये अल्पसंख्यकों को आरक्षण देंगे?

उन्होंने कहा कि चुनाव में अल्पसंख्यकों के थोक वोट पाने के लिए लालू प्रसाद और नीतीश कुमार लगातार राजनीति करते रहे। मुख्यमंत्री के रूप में नीतीश कुमार का पाकिस्तान जाना और लालू प्रसाद का गोमांस खाने का समर्थन करना या धार्मिक आधार पर आरक्षण देने की वकालत करना, सब-कुछ अल्पसंख्यक वोट के लिए है। पाकिस्तान की सीमा न बिहार से लगती है, न इस राज्य से पाकिस्तान का कोई व्यापारिक संबंध है। पाकिस्तान से कोई निवेशक भी बिहार आने वाला नहीं है। फिर नीतीश कुमार ने उस देश की यात्रा क्यों की, जो भारत पर आतंकी हमले करता रहा और अब परमाणु हथियार की धमकी देता है? इस यात्रा का मकसद किसको संदेश देना था? बिहार बुद्ध की भूमि है। उन्होंने जापान-भूटान-श्रीलंका जैसे बौद्ध देशों की यात्रा क्यों नहीं की, जो हमेशा बिहार की मदद करते रहे हैं?