मैट्रिक का एग्जाम शुरू होने के पहले ही मुंगेर से शुरू यह अफवाह आरा, भागलपुर, वैशाली, हाजीपुर तक पहुंच चुकी थी। अफवाह इतनी तेज थी कि कई जगहों पर क्वेशचन पेपर लेकर भी पुष्टि की जाने लगी थी। लेकिन एग्जाम शुरू होने के एक घंटे बाद ठंडा भी होने लगी। सेंटर से जानकारी लेने पर पता चला कि जो क्वेशचन पेपर लीक होने की बात सिर्फ अफवाह है। दोनों क्वेशचन पेपर एक जैसा नहीं है। बिहार बोर्ड के सेक्रेटरी ललन झा ने बताया कि क्वेशचन पेपर लीक नहीं हुआ है। यह बस अफवाह है। इन चीजों पर ध्यान नहीं देना चाहिए। यह कुछ लोगों की मिलीभगत का मामला है.

टफ था इंग्लिश का एग्जाम
इंग्लिश के माक्र्स भले ही टोटल माक्र्स में जुड़ते नहीं हो, फिर भी इसको लेकर स्टूडेंट्स के बीच डर का माहौल था। 100 माक्र्स के इस सब्जेक्ट में ग्रामर के साथ ट्रांसलेशन, 10-10 माक्र्स के दो कांप्रीहेंसिव,आब्जेक्टिव के साथ लांग क्वेशचन भी थे। इस संबंध में श्रीचंद हाई स्कूल की स्टूडेंट खुशबू ने बताया कि कांप्रीहेसिव और ग्रामर काफी टफ था। बनाने में काफी टाइम लग गया। वहीं बांकीपुर गल्र्स हाई स्कूल की तेजस्वी कुमारी ने बताया कि क्वेशचन सीधा नहीं पूछा गया था। इस कारण समझने में प्राब्लम हो रही थी.

हे भगवान पास करा दो
मैट्रिक परीक्षा का महाकुंभ शुरू हो गया है। एग्जामिनेशन हॉल में तो स्टूडेंट्स की भीड़ रही ही इसके साथ सड़कों, मार्केट में और सबसे ज्यादा मंदिरों में भीड़ जमा रही। सुबह से ही एग्जामिनी फूल माला और प्रसाद लेकर मंदिरों में माथा टेकने पहुंचे। मां के साथ, कोई पापा के साथ तो कोई अपने भाई के साथ। महावीर मंदिर के पुरोहित सुरेंद्र मिश्रा ने बताया कि खास कर ट्रेन से आने वाले कई स्टूडेंट्स ने पूजा किया और संकल्प कराया। संकल्प में बड़े पैमाने पर गार्जियन्स ने एग्जाम के आखिरी दिन मंदिर में कथा कराने का टाइम भी लिया.

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