- भाजपा कुनबे में आपसी कलश शुरू

- नीतीश और लालू आवास पर लगा रहा समर्थकों का तांता

PATNA: बिहार विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद महागठबंधन में जश्न का माहौल है, वहीं भाजपा के कुनबे में विरोध के स्वर फूट पड़े हैं। अरुण शौरी ने कहा कि पार्टी में अहंकार आ चुका है, जिसका नतीजा बिहार में मिली हार है। एक्स डिप्टी व हम के सुप्रीमो जीतनराम मांझी ने एनडीए की हार का कारण मोहन भागवत का बयान बताया। वहीं सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने सोमवार को नीतीश और लालू यादव से मिलकर न सिर्फ उन्हें बधाई दी, बल्कि महागठबंधन की जीत को लोकतंत्र की जीत बताया और नीतीश की तारीफ की।

रमई भी पहुंचे बधाई देने

बधाई देने के बाद शत्रुघ्न मीडिया से मुखातिब हुए। कहा कि दोनों से मेरे पारिवारिक रिश्ते हैं। इसे अन्य संदर्भ में नहीं देखें। महागठबंधन की जीत लोकतंत्र की जीत है। और हम जनता की जीत का जश्न मनाने आए हैं। इसके बाद बधाई देने पूर्व मंत्री रमई राम भी पहुंचे। हालांकि उन्हें इस बार मात मिली हैं।

मैं कोई राज्यसभा सदस्य नहीं हूं

शत्रुघ्न ने संडे को रुझान स्पष्ट होने के बाद ही ट्वीट किया था कि यह लड़ाई 'बिहारी बनाम बाहरी' के बीच था। पार्टी ने मुझे नजरअंदाज किया है। उन्हें पता होना चाहिए कि मैं राज्यसभा का सदस्य नहीं हूं। मुझे जनता ने लोकसभा में भेजा है। बावजूद मुझे चुनाव में तव्वजो नहीं दी गयी। कार्रवाई की बात पर सिन्हा ने कहा कि मैं बीजेपी का सच्चा कार्यकर्ता हूं। पार्टी जो भी डिसीजन लेगी मुझे स्वीकार होगा।

जीत पर क्78 किलो का लड्डू

जदयू और राजद के युवा कार्यकर्ताओं ने जुलुस निकाला। वीरचंद पटेल पथ बेली रोड होते हुए नीतीश-लालू के घर पहुंचे। वहीं समस्तीपुर से आए कार्यकर्ताओं ने क्78 सीट के महाविजय पर क्78 किलो का लड्डू गिफ्ट किया।

मैं जान रहा था भाजपा हार रही है

शत्रु ने कहा कि मैं जान रहा था कि भाजपा गठबंधन हार रही है, लेकिन हार इतनी बड़ी होगी इसकी कल्पना नहीं थी। उन्होंने कहा कि जीत के लिए अगर पीमए को बधाई दी जाती है तो हार की जिम्मेवारी भी उन्हें लेनी होगी। हालांकि, मुझे भी हार की चिंता है। पार्टी को चिंतन करना चाहिए और जिम्मेवारी तय करनी चाहिए।