- सीएम के इनॉगरेशन के साथ ही लेजर शो के जरिए दिखाई गई बिहार की अनोखी झलकी

- शारदा सिन्हा की गायकी पर झूमे पटनाइट्स, शाम में हर मंडप लुभाने के लिए था तैयार

- सोमा महापात्रा और शारदा सिन्हा की मखमली आवाज के दीवानों ने जमकर उठाया लुत्फ

PATNA : तेज धूप के बीच पटनाइट्स ने बिहार दिवस की तैयारी कुछ यूं देखा। हर स्टॉल पर लोगों की मौजूदगी, पेंटिंग कर रहे कलाकार, लाइट और साउंड का चेकअप कर रहे टेक्नीशयन, स्टेज के पीछे और आगे लगातार रिहर्सल कर रहे कलाकार, नुक्कड़ नाटक और व्यंजन मेला हर तरफ तैयारी चल रही थी। वहीं, गांधी मैदान की सिक्योरिटी में तैनात कर्मी भी चौकस थे। इस बीच पटनाइट्स की भीड़ गांधी मैदान पहुंचने लगी थी। शाम होने का हर किसी को इंतजार था। जैसे ही लाइट जली दुधिया रोशनी में नहाए गांधी मैदान में सीएम नीतीश कुमार ने बिहार दिवस का विधिवत इनॉगरेशन किया। एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देखने के लिए पहले ही दिन लोगों की भीड़ गांधी मैदान उमड़ पड़ी। राज्य गीत, प्रार्थना गीत व गौरव गान नृत्य नाटिका में पटनाइट्स गोता लगाते रहे। इसके बाद पूरे बिहार और बिहारी गौरव को लेजर शो के माध्यम से बड़ी खूबसूरती के साथ पेश किया गया।

मंच की गर्मी दर्शकों तक पहुंची

एक के बढ़कर एक कलाकारों की प्रस्तुति ने जहां दर्शकों का दिल जीत लिया, वहीं तालियों की गड़गड़ाहट ने कलाकारों का हौसला बढ़ाया। मंच से बैंड के साथ बिहार कोकिला शारदा सिन्हा की देशी आवाज गूंजी तो दर्शकों का दिल झंकृत हो उठा। वहीं, दर्शकों की फरमाइश पर उन्होंने 'कहे तोसे सजना ए तेरी सजनिया' गाकर हरेक को झूमने पर मजबूर कर दिया।

एसकेएम में बज रहा था सितार

गांधी मैदान में जब शारदा सिन्हा अपनी मखमली आवाज से हर किसी का दिल जीतने में लगी थी। उसी समय एसके मेमोरियल हॉल में सितार के तार के साथ कई सरगम पेश कर रहे थे पंडित नयन घोष और उनके साथ तबले पर संगत दे रहे थे पंडित अनिन्दो चटर्जी। माहौल यहां पर सुरमयी हो चुका था। दर्शकों की तालियां यहां भी बज रही थी। गांधी मैदान से एसकेएम में पटनाइट्स अपने-अपने मिजाज से गाना और संगीत का लुत्फ उठा रहे थे।

ओडिशा की आवाज उतरी दिल में

ओडिशा की सोमा महापात्रा के गाए गाने हर किसी के जुबान पर है, लेकिन जैसे ही सोमा माइक थाम गाना शुरू की दर्शक थिरकने लगे। सत्यमेव जयते फेम सोमा ने लड़कियों के लिए गाया 'मुझे क्या बेचेगा रुपया' तो वहीं अंबर सरिया की कुछ लाइन जैसे ही वो शुरू कि 'गली में मारे फेरे, पास आए न मेरे' पटनाइट्स उसके आगे के बोल खुद गाने लग गए। वहीं, दूसरी तरफ शास्त्रीय गायन और राग की जुगलबंदी को दर्शकों ने खूब सराहा। क्योंकि यहां डेढ़ घंटे तक लगातार सखी समूह कौशिकी चक्रवर्ती, महिमा उपाध्याय, देवप्रिया रणदिवे, भक्ति देशपांडे, नंदिनी शंकर, शिवानी तलवलकर को याद करते हुए पटनाइट्स की रात खत्म हुई।

गांधी मैदान में देशी तड़का

बिहार दिवस के पहले दिन गांधी मैदान में शाम होते ही संगीत और जायके का माहौल बना रहा। सभी ने कलाकारों की संगीत का लुत्फ उठाया, वहीं लाइव परफॉरमेंस देखते हुए ख्7 स्टेट के पकवान का भी मजा लिया। पटनाइट्स ने स्वाद और संगीत को एक साथ एंज्वॉय किया।

आज होने वाले प्रोग्राम

ख्फ् मार्च

शाम भ्.फ्0 से म्.फ्0 बजे : राज्य गीत एवं प्रार्थना गीत बिहार गौरव गान नृत्य

शाम म्.00 से म्.फ्0 बजे : रिदम ऑफ बिहार बिहार संगीत नाटक एकेडमी

शाम म्.फ्0 से 7.00 बजे : लेजर शो प्राचीन भारत टूरिज्म टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड

शाम 7.00 से 8.फ्0 बजे : फिल्म संगीत कलाकार भूमि त्रिवेदी

शाम 8.फ्0 से क्0.00 बजे : सुगम संगीत कलाकार हरिहरन

ख्फ् मार्च

शाम 7.00 से 8.फ्0 बजे : जुगलबंदी वायलिन एवं बांसुरी

कलाकार : विद्वान मैसूर मंजूनाथ एवं पंडित रोनू मजूमदार

शाम 8.फ्0 से क्0.00 बजे तक

कथक नृत्य कलाकार पंडित राजेंद्र गंगानी