वीमेन इंपावरमेंट को पेश करेंगी

हाथ में मोबाइल और साइकिल चलातीं गल्र्स मेन गेट पर ही वीमेन इंपावरमेंट को पेश करेंगी। गेट तैयार कर रहे पटना आर्ट कॉलेज से पासआउट स्टूडेंट अमृत प्रकाश का कहना है कि मेन गेट को ग्रामीण परिवेश के अनुसार बनाया जा रहा है। लोगों को यहां आकर गांव का अहसास होगा।

नारी एक तेरे, रूप अनेक

नारी में सहन शक्ति, मुसीबत से सामना करने की ताकत, ऊंची उड़ान भरने की चाहत, कठिनाई से ऊपर उठने की इच्छाशक्ति सबकुछ होती है। कुछ इसी थीम पर बनी है मां दुर्गा की मूर्ति। दुर्गा मां के हाथों में त्रिशूल व तलवार नहीं, बल्कि ज्ञान और अपनी पहचान की ताकत है। बीच गांधी मैदान में बनी यह मूर्ति वीमेन इंपावरमेंट को पेश करती है।

पंख मिले, तो उड़ जाएं

मेन स्टेज भी आकर्षण का केन्द्र है। आज की महिलाएं संपन्न हैं, बस उन्हें पंख की जरूरत है। पंख मिलते ही ऊंची उड़ान भर सकती हैं। मेन स्टेज को आर्ट कॉलेज से पास आउट स्टूडेंट्स का एक ग्रुप बना रहा है। कलाकार प्रेम चंद्र ने बताया कि इसे बनाने में हमने थर्मोकोल, मिरर, नग, गोटा, ऑर्नामेंट आदि का यूज किया है।

गेट पर ही टेस्टी खूशबू

मेन स्टेज से दूर व्यंजन मेले को लगाया गया है। यहां बिहार के ट्र्रेडिशन के साथ-साथ तमाम मॉडर्न फूड स्टॉल्स रहेंगे। मेले में जाने से पहले ही इसकी खुशबू पटनाइट्स को मिलने लगेगी। व्यंजन मेला पंडाल और मेन गेट को बना रहे कलाकार उमेश ने बताया कि गेट पर ही हमने किचन सेट को बनाया है, जिससे व्यंजन मेला में आने का अनुभव कुछ खास रहेगा।

पेड़ करेगा सबको अट्रैक्ट

गांधी मैदान में बिहार दिवस पर 16 पेड़ लगाए जा रहे हैं। इसमें मिथिला पेंटिंग के साथ फले पेड़ भी रहेंगे। इसे लगाने में मात्र पांच घंटे लगेंगे। आर्ट कॉलेज के स्टूडेंट्स द्वारा बनाया जा रहा यह पेड़ पूरे ग्राउंड में सबसे अधिक आकर्षण का केन्द्र बनने जा रहा है। इसे बना रहे सेकेण्ड ईयर के स्टूडेंट राजीव कुमार ने बताया कि इस पेड़ को मिट्टी से बनाया जा रहा है।

कला ग्राम में लगेंगी सारी पेंटिंग

ग्राउंड में कई जगहों पर कला ग्राम बनाया जा रहा है। गैलरी के रूप में बन रहा यह कला ग्राम कलाकार के नाम होगा। कलाकार द्वारा बनाया जा रहा कलाकार के लिए यह गांव। इसमें चटाई लगाई जा रही है, जिसमें बिहार की वीमेन को थीम बना कर पेंटिंग की जाएगी। इस संबंध में कलाकार दिवाकर ने बताया कि इस कला ग्राम को बनाने में बांस और चटाई का यूज किया गया है।

सैंड आर्ट का भी अच्छा नमूना

वेलकम टू बिहार, सैंड आर्ट का यह नमूना समुद्र किनारे की याद दिला देती है। इस आर्ट के माध्यम से तमाम लोगों का वेलकम का संदेश दिया जाएगा। इसे बना रहे कलाकार ध्रुव बताते हैं कि गंगा किनारे से सैंड को लाया गया है। इसे बनाने में कई दिन लगते हैं। इसे धूप से बचाना होता है, इसलिए इसे चारों ओर से घेर कर बनाया जा रहा है। बालू को हमेशा गीला करके रखना पड़ता है।

बिहार दिवस के मुख्य कार्यक्रम

गांधी मैदान में होने वाले मुख्य कार्यक्रम

22 मार्च - उदघाटन समारोह, शाम 4:30 बजे

22 मार्च - सोनू निगम एंड टीम का लाइव फरफारमेंस, शाम 07:00 बजे

23 मार्च - अलका याज्ञनिक एंड टीम का लाइव फरफारमेंस, शाम 07:00 बजे

24 मार्च - शुभा मुद्गल का फ्यूजन म्यूजिक, शाम 06:00 बजे

24 मार्च - दलेर मेंहदी एंड टीम का लाइव फरफारमेंस, शाम 08:00 बजे

22-23 मार्च - लेजर एंड बीम शो, शाम 6:30 बजे

22-24 मार्च - बिहार गौरव गान और राज्य गीत, डेली शाम 6:30 बजे

22-24 मार्च - व्यंजन मेला

श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में होने वाले कार्यक्रम

22 मार्च - कत्थक नृत्य पद्मश्री शोभना नारायण, शाम 06:00 बजे

22 मार्च - शास्त्रीय गायन पद्मभूषण राजन-साजन मिश्र, शाम 07:30 बजे

23 मार्च - बांसुरी वादन पंडित रोनू मजूमदार, शाम 06:00 बजे

23 मार्च - भरतनाट्यम पद्मश्री मालविका सरुक्कई, शाम 07:30 बजे

24 मार्च - शिखा खरे एंड टीम की प्रस्तुति, शाम 06:00 बजे

24 मार्च - पद्मभूषण एन। राजम् का वायलिन वादन, शाम 07:30 बजे

रवींद्र भवन में होने वाले कार्यक्रम

22 मार्च - नाटक 'एक करोड़', दोपहर 03:00 बजे

23 मार्च - नाटक 'बेटियां', दोपहर 03:00 बजे

24 मार्च - नाटक 'जर्नी फॉर फ्रीडम', दोपहर 03:00 बजे

इस दौरान रवींद्र भवन में कवि सम्मेलन, मुशायरे व हास्य कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया जाएगा।