- बिहार दिवस के अवसर पर बिहारी जायके से अछूते रहेंगे बिहार के लोग

- गांधी मैदान में नहीं होगा प्रोग्राम, तीन हॉल में सिमटा रहेगा कल्चरल इवेंट

- 22-24 मार्च तक बिहार दिवस में आएंगे कई बड़े फनकार, व्यंगकार और कलाकार

PATNA : इस बार गांधी मैदान में घूमते हुए लोग बिहार सहित देश के तमाम व्यंजनों का लुत्फ नहीं उठा पाएंगे, क्योंकि बिहार दिवस के प्रोग्राम गांधी मैदान में नहीं होने जा रहे हैं। इलेक्शन को ध्यान में रखते हुए इस बार बिहार दिवस का आयोजन तीन हॉल में पूरा कर लिया जाएगा। प्रोग्राम ख्ख् से ख्ब् मार्च तक हर शाम भ्.फ्0 से रात के क्0.00 बजे तक आयोजित होगा। इनॉगरेशन ख्ख् मार्च को मुख्य सचिव अशोक कुमार सिन्हा करेंगे तो समापन ख्ब् को गवर्नर डीवाई पाटिल करेंगे। इस बार दो दिनों के प्रोग्राम को तीन हॉल में आयोजित किया गया है। कल्चरल डांस, हास्य और व्यंग तो कहीं चलेगा नाटकों का दौर।

साथ-साथ वोटिंग अवेयरनेस

कल्चरल इवेंट के साथ-साथ पहली बार प्रोग्राम के बीच में वोटिंग अवेयरनेस का काम भी शुरू किया जाएगा। इसकी खासियत होगी कि प्रोग्राम में आए नामी कलाकार भी वोटिंग को लेकर ऑडियंस को अवेयर करेंगे। प्रोग्राम की शुरुआत श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल से होगी। इसके अलावा रवींद्र भवन और प्रेमचंद रंगशाला में भी प्रोग्राम होंगे।

श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल

बिहार गौरव गान से लेकर रिदम ऑफ बिहार तक

ख्ख् मार्च - राज्य गीत, बिहार प्रार्थना और बिहार गौरव गान। पद्मश्री वानाश्री और जयराम द्वारा कुचीपुड़ी नृत्य, पद्मश्री विश्वमोहन भट्ट द्वारा मोहन वीणा की प्रस्तुति।

ख्फ् मार्च - प्रिंस डांस ग्रुप का परफॉर्मेस, गीता चंद्रण द्वारा भारत नाट्यम, कमाल साबरी और यू श्रीनिवास द्वारा सारंगी एवं मेडोलिन।

ख्ब् मार्च - केरला समुद्रा ग्रुप द्वारा कास्मिक शिवा नृत्य, अरुणा मोहंती द्वारा ओडिसी नृत्य, शुजाअत खान का सितार वादन इसके बाद रिदम ऑफ बिहार की प्रस्तुति।

रवींद्र भवन

भोजपुरी लोक संगीत से मैथिली रॉक तक

ख्ख् मार्च - राज्य गीत, सांधिया ग्रुप द्वारा मैथिली रॉक फ्यूजन प्रोग्राम, मगही लोक संगीत सत्येंद्र कुमार और अरुण कुमार गौतम की प्रस्तुति।

ख्फ् मार्च - गवर्नमेंट और प्राइवेट स्कूल के स्टूडेंट्स का कल्चरल प्रोग्राम, मैथिली लोक संगीत।

ख्ब् मार्च - कॉलेज स्टूडेंट्स द्वारा कल्चरल प्रोग्राम, इसके अलावा भोजपुरी लोक संगीत मनोरंजन ओझा और भरत शर्मा की प्रस्तुति।

प्रेम चंद रंगशाला

मुशायरा से लेकर नाटक तक

ख्ख् मार्च - देश और स्टेट के जाने माने शायर की ओर से मुशायरा की प्रस्तुति।

ख्फ् मार्च - बिहार के जाने माने कवि की ओर से कवि सम्मेलन का आयोजन।

ख्ब् मार्च - बिहार की लोक कथा पर आधारित सती बिहुला और रेशमा चेहुरमल नाटक का मंचन।