PATNA: महागठबंधन की जीत का सेहरा लालू और नीतीश पर खासतौर से गया। लेकिन ऐसे कई चेहरे बाहर से और अंदर से थे जिन्होंने महागठबंधन को मजबूती देने के लिए दिन-रात काम किया। कुछ पर्दे के पीछे से कुछ पर्दे के बाहर ।

- जेडीयू की चुनावी रणनीति को धार दी प्रचार प्रमुख प्रशांत किशोर ने। प्रशांत लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी के प्रचार प्रमुख थे। वे बिहार के ही रहने वाले हैं। उन्होंने होर्डिग से लेकर बाकी ग्रास रूट तक की रणनीति बनाई। पंचायत स्तर तक पार्टी को मजबूत बनाया। फोन नंबरों से सब कार्यकर्ताओं को जोड़ा।

राज्यसभा सदस्य रामचंद्रप्रसाद सिंह पर्दे के पीछे के उन होनहारों में रहे जिन्होंने टिकट बंटवारे से लेकर चुनाव की बाकी रणनीति पर खूब नजर रखी। गांधी मैदान में हुई परिवर्तन रैली में आई नेक्स्ट से बातचीत में उन्होंने कहा था कि नरेन्द्र मोदी का कोई असर नहीं दिखेगा चुनाव में, ऐसे कहीं देश चलता है।

-राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी एक्टिव रहे। मोदी के बयानों पर उनकी खूब नजर रही। राष्ट्रीय स्तर पर नरेन्द्र मोदी या एनडीए के बड़े नेताओं के बयानों का काउंटर उन्होंने बेहतरी से किया।

-अनिल गुप्ता पेशे से पत्रकार रहे। लेकिन वर्षो तक बिहार से बाहर रह कर काम किया। पार्टी की कई रणनीति पर इन्होंने काम किया। कई नेताओं को बयान बुद्धि वे देते रहे।

अनिल हेगड़े, संजय सिन्हा, रवीन्द्र कुमार सिंह, बबलू कुमार, अनिल कुमार, चंदन कुमार, प्रवक्ता नवीन आर्या, प्रवक्ता संजय सिंह आदि ने अपनी-अपनी जरूरी भूमिका से पार्टी को ताकत दी।