-दो चरणों में 34 हजार सर्विस वोटर रहे

-आगे के चरणों ऐसे वोटरों की बढ़ने की उम्मीदें

PATNA : बिहार विधानसभा चुनाव में सर्विस वोटर भी मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र को मजबूती दे रहे हैं। यही वजह है कि अभी तक दो चरणों में हुये मतदान में इन सर्विस वोटरों की हिस्सेदारी अहम मानी जा रही है। दो चरणों के चुनाव में लगभग फ्ब् हजार सर्विस वोटरों ने 8क् विधानसभा सीटों से अपनी भागीदारी दर्ज करायी है। ये वैसे लोग हैं जो दूसरे क्षेत्रों में रहकर अपना मताधिकार का प्रयोग करते हैं। निर्वाचन आयोग मतदान प्रतिशत में बढ़ोत्तरी को लेकर लगातार अभियान भी चला रहा है, जिसका असर इस विस चुनाव में दिख भी रहा है, खासकर महिलाएं अब चहारदिवारी से बाहर निकल वोट दे रही है ताकि एक बेहतर सरकार बन सके।

बदले सकते है आंकड़े

अभी दो चरणों के चुनाव में जिस तरह से सर्विस वोटरों ने अपनी भागीदारी दिखायी है उसके बाद आयोग को भी आने वाले चरणों में काफी उम्मीदें है।

कौन है सर्विस वोटर

सर्विस वोटर वो होते हैं जो कर्मचारी अपनी डयूटी के लिये अपने निर्वाचन क्षेत्र से बाहर रहता है और बिना अपने क्षेत्र में आये मताधिकार का प्रयोग कर सकता है। इसमे पुलिसकर्मी, आर्मी, मतदान पदाधिकारी व अन्य कर्मी शामिल होते हैं।

सर्विस वोट करने के लिये चुनाव आयोग का फार्म संख्या ख्, ख्ए या फार्म संख्या फ् भर के आयोग भेजा जाता है, जिसे आयोग जिला निर्वाचन पदाधिकारी के पास सत्यापन के लिये भेजता है।

कैसे होता है सर्विस वोट

सर्विस वोटर अपना वोट या तो पोस्टल बैलेट से भेजते हैंया तो अप्रत्यक्ष रूप से (प्रॉक्सी वोटर) वोट दे सकते हैं, जिसके लिये बकायदा निर्वाचन आयोग से इसकी सहमति लेनी पड़ती है।

दो चरणों में कितने सर्विस वोटर थे

चुनाव के पहले चरण और दूसरे चरण में कुल फ्ब्,0भ्भ् सर्विस वोटर रिकार्ड किये गये। आयोग के अनुसार दोनों चरणों में महिला और पुरुष सर्विस वोटरों की संख्या भी अच्छी रही है।

पहला चरण

कुल सर्विस वोटर- क्7079

पुरुष - क्क्78फ्

महिला - भ्ख्9म्

दूसरा चरण

कुल सर्विस वोटर- क्म्97म्

पुरुष - क्क्भ्0क्

महिला - भ्ब्7फ्

थर्ड जेंडर - 0ख्

कौन-कौन दे सकते हैं सर्विस वोट

-मतदान कर्मी

-पुलिस कर्मी

-सरकारी कर्मचारी जो दूसरे क्षेत्र में है

-आर्मी के जवान व अधिकारी