PATNA :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब महागठबंधन नेताओं की साजिश का खुलासा कर दिया, उसके बाद भी महागठबंधन नेताओं की चुप्पी निंदनीय है। ये कहते हुए बीजेपी ने लालू प्रसाद, नीतीश कुमार और सोनिया गांधी पर दलितों, पिछड़ों के आरक्षण कोटे में कटौती कर धार्मिक आधार पर अल्पसंख्यकों को आरक्षण देने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए जवाब मांगा।

बिहार बीजेपी के चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार तथा सह प्रभारी व केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धमेंद्र प्रधान ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि पांचवें और आखिरी चरण का प्रचार समाप्त होने के बाद भी हमें उम्मीद है कि महागठबंधन के नेता इस मामले पर सफाई देंगे। अनंत कुमार ने कहा कि ख्ब् और ख्भ् जुलाई ख्00भ् को जब दोनों नेता एक-दूसरे को फूटी आंख नहीं सुहाते थे, संसद में एक साथ दलितों और पिछड़ों के आरक्षण कोटे में कटौती करके धार्मिक आधार पर अल्पसंख्यकों को आरक्षण देने की वकालत कर रहे थे। आरजेडी ने तो इसे अपने घोषणा पत्र में भी शामिल किया था। बाद में कांग्रेस के सलमान खुर्शीद ने भी यह मुद्दा उठाया।

दोनों केंद्रीय मंत्रियों ने कहा कि बीजेपी संविधान विरोधी इस षड्यंत्र को किसी कीमत पर लागू नहीं होने देगी। महागठबंधन के नेता यह न समझें कि बिहार की जनता इतनी नादान है। कहा कि पांचवें और अंतिम चरण के मतदान में भी वह चुन-चुन कर बदला लेगी। धर्मेद्र प्रधान ने कहा कि हमारा मानना है कि बिहार की सारी समस्याओं की जड़ लालू प्रसाद हैं। क्भ् साल के शासन में उन्होंने एक-एक कर सभी संस्थाओं को ध्वस्त कर दिया। उन्हीं के राज में कानून व्यवस्था ध्वस्त हुई, जिसे जंगलराज कहा गया।

कहा कि मुंबई और पुणे बम विस्फोट के बाद दरभंगा माड्यूल की देश भर में चर्चा हुई। जब एक दलित महिला पुलिस अधिकारी शोभा अहोतकर इसके तार ढूंढते-ढूंढते दरभंगा के एक महागठबंधन नेता के घर पहुंची तो उनका बिहार से बाहर तबादला कर दिया गया। छठ्ठी का दूध याद दिला देने के लालू के दावे पर धमेन्द्र प्रधान ने कहा लालू जी सठिया गए हैं।