-डीएम ने बायोमेडिकल वेस्ट खुले में फेंकने पर डॉक्टर्स को लगाई फटकार, नहीं पहुंचे कुछ गैर जिम्मेदार भगवान

-आई नेक्स्ट में खबर प्रकाशित होने पर एडीएम सिटी की निगरानी में बनाई टीम, हॉस्पिटल्स में जाकर करेगी जांच

BAREILLY: बंद करो खुले में बीमारी फेंकना। इटस वेरी सीरियस। डीएम गौरव दयाल ने खुले में बायोमेडिकल वेस्ट को फेंकने पर नाराजगी जाहिर करते हुए डॉक्टरों को फटकार लगाई। डीएम ने वेडनसडे शाम को बायो मेडिकल वेस्ट खुले में फेंकने वाले हॉस्पिटल्स के संचालकों, एडीएम सिटी, सीएमओ, पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड और कूड़ा जलाने वाले एजेंसी के अधिकारियों को बुलाकर मीटिंग की। मीटिंग के बाद डीएम ने एडीएम सिटी की निगरानी में सभी विभागों की एक ज्वाइंट टीम बनाकर हॉस्पिटल्स में जाकर चेक करने और रिपोर्ट भेजने का आदेश दिया। आई नेक्स्ट ने बायो मेडिकल वेस्ट को खुले में फेंकने की खबरों को लगातार प्रमुखता से प्रकाशित किया है। मीटिंग में मिशन और जीवन रेखा हॉस्पिटल के गैर जिम्मेदार लोगों ने आना ही उचित नहीं समझा।

डॉक्टरों की बढ़ गई धड़कनें

सिटी में बायो मेडिकल वेस्ट को खुले में फेंकने की खबरों को डीएम ने खुद ही संज्ञान लिया। अखबार में छपे फोटोग्राफ देखकर उन्हें भी हैरान रह गए। लिहाजा, तुरंत सभी विभाग की शाम को मीटिंग कॉल कर ली। मीटिंग से पहले किसी को नहीं बताया गया कि किस मसले पर मीटिंग बुलाई गई है। शायद यही वजह रही कि डीएम ऑफिस पहुंचे मेडिसिटी और फैज हॉस्पिटल के प्रतिनिधि मीटिंग से पहले आपस में बात कर रहे थे कि क्या सीएम की विजिट के चलते बुलाया गया गया है। कुछ देर हुई तो उनकी चिंताएं बढ़ गई और फिर डीएम ने सभी को मीटिंग के लिए अंदर बुला लिया।

बचाव में देने लगे दलीलें

डीएम ने आई नेक्स्ट में छपी खबरों को दिखाते हुए पूछा कि मिशन हॉस्पिटल, मेडिसिटी हॉस्पिटल, फैज और जीवन रेखा हॉस्पिटल से कौन-कौन आया है। मेडिसिटी के प्रतिनिधि से जब डीएम ने पूछा कि कहां बायोमेडिकल वेस्ट फेंका जा रहा है। आपका स्टॉफ सड़क पर मेडिकल वेस्ट फेंकते फोटोग्राफ में है तो वह कुछ ज्यादा जवाब नहीं दे सके। तो वहीं, फैज हॉस्पिटल के प्रतिनिधि ने बताया कि उनके यहां मेडिकल वेस्ट प्रॉपर डिस्पोज किया जाता है। वहीं मिशन और जीवन रेखा हॉस्पिटल से किसी के न आने की बात सामने आई।

मेडिसिटी के ठेंगे पर पर्यावरण

मेडिसिटी हॉस्पिटल को लेकर पाल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी ने बड़ा खुलासा किया। अधिकारी ने डीएम को बताया कि इस हॉस्पिटल ने पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड से रजिस्ट्रेशन ही नहीं कराया है। मतलब साफ है हॉस्पिटल प्रबंधन ने पर्यावरण को तवज्जो न देते हुए हॉस्पिटल खोल लिया। आई नेक्स्ट की खबर का संज्ञान लेकर डीएम पूछताछ न करते तो इसका खुलासा भी न होता।

पर्दा डालने में लगा इंसीनिरेटर संचालक

मेडिकल वेस्ट डिस्पोज किए जाने के डीएम के सवाल पर इंसीनिरेटर संचालक ने बताया कि बायोमेडिकल वेस्ट लेने सभी हॉस्पिटल्स उनकी वैन जाती है। तभी, वह अचानक मिशन हॉस्पिटल के प्रवक्ता बन बैठा और हॉस्पिटल कैंपस में बॉयो मेडिकल वेस्ट लदी ट्राली पर सफाई पेश कर दी। खतरनाक मेडिकल वेस्ट को सामान्य वेस्ट बताने लगा। कहा कि रेड कलर के पॉलीबैग में सामान्य मेडिकल वेस्ट डाला गया है।

सबसे पहले 15 बड़े हॉस्पिटल्स में चेकिंग करेगी टीम

डीएम ने सभी की दलीलें सुनने के बाद साफ कह दिया कि मामला काफी गंभीर है। इस तरह से बायोमेडिकल वेस्ट खुले में फेंककर बीमारी नहीं फैला सकते हैं। डीएम ने एडीएम सिटी को एक टीम बनाने का आदेश जारी किया। सीएमओ अपनी एक टीम बनाएंगे जिसमें पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड, नगर निगम और बायोमेट्रिक कूड़ा उठाने वाली एजेंसी के लोग शामिल होंगे। टीम शहर में पहले नामी 15 हॉस्पिटल में जाकर बायोमेडिकल वेस्ट चेक करेगी और उनकी रिपोर्ट बनाकर उन्हें देगी। उन्होंने एडीएम सिटी और सीएमओ को भी निर्देश दिए कि सिटी में कहीं भी इस तरह का कूड़ा नहीं पड़ना चाहिए।