RANCHI: मिशनरीज ऑफ चैरिटी के निर्मल हृदय से बच्चा बिक्री की जांच में जुटी सीडब्ल्यूसी खुद विवादों में घिर गई है। नामकुम में रहने वाली एक बायोलॉजिकल मां ने कहा है कि सीडब्ल्यूसी ने लास्ट संडे उसके बच्चे को ही रेस्क्यू कर लिया है। अब वह अपने बच्चे को पाने के लिए पिछले तीन दिनों से सीडब्ल्यूसी की दौड़ लगा रही है। पर, उसे बच्चा नहीं सौंपा जा रहा है। मालूम हो कि यह बायोलॉजिकल मां विकलांग है और पेशे से मजदूर है।

क्या है कहानी

जानकारी के मुताबिक, नामकुम महुआ टोली की रहनेवाली पूजा गाड़ी रेजा का काम करती है। रोज कमाना और खाना करती है। जब वह काम पर जाने लगी तो अपनी दो माह की बच्ची को पड़ोसी अनुपमा एक्का को देकर चली जाती थी और शाम को काम से लौटने पर बच्ची को लेकर अपने घर चली जाती थी। पूजा गाड़ी ने कहा कि जब वह घर आई तो देखा कि महिला समिति से कुछ लोग आए हुए हैं। उनलोगों ने जबरन एक सादे कागज पर उसका हस्ताक्षर लिया और सीडब्ल्यूसी में ले आई। सीडब्ल्यूसी में उस पर बच्चा बेचने का आरोप लगाया। इसके बाद सीडब्ल्यूसी ने बायोलॉजिकल मां से दो माह की बच्ची को अलग कर बरियातू के करूणा आश्रम में भेज दिया।

साजिश के तहत छीन ली बच्ची

महिला पूजा गाड़ी ने कहा कि एक साजिश के तहत उससे उसकी बच्ची छीन ली गई। उसने बताया कि आज के माहौल को देखते हुए उनलोगों ने उसकी बच्ची को रख लिया। महिला ने कहा कि उसे बार-बार सीडब्ल्यूसी के मेंबरों द्वारा डांटा जा रहा था। उसने बताया कि पड़ोसी से झगड़ा होने पर किसी ने अफवाह फैला दी कि पूजा गाड़ी ने अपनी बच्ची को दस हजार रुपए में बेच दिया है। इसके बाद महिला समिति ने बच्ची को उससे ले लिया और उसे सीडब्ल्यूसी के हवाले कर दिया गया।

क्या कहा सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष ने

जब महिला पूजा गाड़ी ने सीडब्ल्यूसी की अध्यक्ष रूपा कुमारी से बच्चा देने की गुजारिश की तो कहा गया कि अगर बच्चे को कुछ होता है तो उसकी जिम्मेवारी उसकी होगी। महिला ने आरोप लगाया है कि अध्यक्ष ने बच्ची को भूल जाने के लिए कहा। उसे जन्नत में भेज दिए हैं। वहां उसे पढ़ाया-लिखाया जाएगा। महिला का कहना है कि उसकी उसकी बच्ची की जगह दूसरे की बच्ची की तस्वीर भी दिखाई गई। महिला ने जब अनुरोध किया तो सीडब्ल्यूसी ने हिंदू क्रांति सेना के मोहन ठाकुर का कार्ड दिया और कहा कि जाकर इनसे बात कर लो।

बॉयोलॉजिकल मां को सौंपी जाएगी बच्ची : डीसी

मामले की जानकारी डीसी महिमापत रे को जब दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट की ओर से दी गई, तो उन्होंने कहा कि यदि वह बॉयोलॉजिकल मदर है तो उन्हें बच्ची सौंप दी जाएगी। उनके साथ न्याय संगत कार्रवाई होगी। जिला कल्याण समाज पदाधिकारी को इस संबंध में निर्देश दे दिया गया है।

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यह मामला संज्ञान में आया है। इस मामले की जांच होगी। जांच में दोषी पाए जाने पर उपायुक्त को पत्र दिया जाएगा।

राजेश सिंह, डायरेक्टर, समाज कल्याण विभाग

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उक्त बच्ची को नामकुम थाना पुलिस ने रेस्क्यू कर मुझे सौंपा था। मैंने नामकुम थाना पुलिस को मामले की जांच का आदेश दिया है।

रूपा कुमारी, अध्यक्ष, सीडब्ल्यूसी