जनवरी से सिस्टम में पता चलने लगेगा कौन ऑफिसर छुट्टी पर है कौन टूर पर गया है

दिल्ली के सभी सेन्ट्रल गवर्नमेंट ऑफिस में बायोमैट्रिक सिस्टम लगाया गया

pradeep.tripathi@inext.co.in

KANPUR:

सिस्टम का जवाबदेह बनाने की कवायद तेजी से की जा रही है। नेशनल इन्फार्मेटिक्स सिस्टम (एनआईसी) ने इस पर तेजी से अमल करना शुरू कर दिया है। दिसंबर के लास्ट तक देश के सभी सेन्ट्रल गवर्नमेंट ऑफिस में बायोमैट्रिक सिस्टम लगा दिया जाएगा। दिल्ली के सभी सेन्ट्रल गवर्नमेंट ऑफिस में यह सिस्टम लगाया जा चुका है। यह पूरी कोशिश सिस्टम को पटरी पर लाने के लिए किया जा रहा है। यह जानकारी एचबीटीआई की टेंथ एल्युमिनाई मीट में शिरकत करने आए एनआईसी के टेक्निकल डायरेक्टर विवेक गुप्ता ने दी।

कॉमन मैन की प्रॉब्लम खत्म होगी

कानपुर के रहने वाले विवेक गुप्ता ने एचबीटीआई से इयर क्990 में कम्प्यूटर साइंस में बीटेक की डिग्री हासिल की थी। एनआईसी के टेक्निकल डायरेक्टर विवेक गुप्ता ने बताया कि सिस्टम को जवाबदेह बनाने के लिए बायोमैट्रिक सिस्टम सेन्ट्रल गवर्नमेंट के ऑफिस में लगाया जा रहा है। इस सिस्टम के अस्तित्व में आ जाने से ऑफिस के अंदर ऑफिसर व इम्प्लाई के बीच बेहतर तालमेल होगा। कॉमन मैन की प्रॉब्लम खत्म हो जाएगी।

बड़े बाबू कितनी देर से आए हैं

जनवरी से इस सिस्टम में यह भी जानकारी मिलने लगेगी कि कौन अधिकारी लीव पर चल रहा है और कौन टूर पर गया है। बाबू छुट्टी पर है या फिर बिना बताए गायब है। एक एक मिनट का लेखाजोखा सिस्टम पर मिल जाएगा। महीने में कितने मिनट कौन लेट आया है, इसका भी डिटेल मिल जाएगा। उसी के अनुसार उसकी सैलरी भी बनेगी। अब अगर बड़े बाबू लेट हुए तो सिस्टम बता देगा कि कितनी देर से आए हैं।

नेशनल नॉलेज नेटवर्क से प्राइवेट संस्थान भी जुड़ेंगे

टेक्निकल डायरेक्टर ने बताया कि देश के प्रॉमिनेंट इंस्टीट्यूशंस और यूनिवर्सिटीज नेशनल नॉलेज नेटवर्क से कनेक्ट हो रहे हैं। देश में करीब 8भ्0 इंस्टीट्यूट व यूनिवर्सिटीज हैं। जिसमें कि अभी तक म्00 से ज्यादा नेटवर्क से कनेक्ट हो चुके हैं। आने वाले टाइम में सभी प्राइवेट इंस्टीट्यूट भी इस नेटवर्क से कनेक्ट हो जाएंगे। इससे स्टूडेंट्स को सबसे ज्यादा फायदा मिल रहा है। उन्हें कैंपस में इंटरनेट की सुविधा फ्री में मिलने लगेगी।